पूर्णिया : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पूर्णिया के सीजेएम की अदालत में एक परिवाद पत्र दायर किया गया है. भाजपा नेता मनोज मोदी ने राहुल गांधी के उस बयान पर परिवाद पत्र दायर किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चोरों का उपनाम ‘मोदी’ है. अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने बताया कि परिवाद पत्र में कहा गया है कि राहुल गांधी के उस बयान से पूरे मोदी समाज की भावना को ठेस पहुंची है. परिवाद पत्र में गवाह के रूप में भाजपा के पूर्व विधायक प्रदीप दास, अनंत भारती और तौफीक आलम के नाम शामिल हैं.
सुशील मोदी ने भी दाखिल कराया था मानहानि का परिवाद
इससे पहले उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर मानहानि का परिवाद दाखिल कराया था. सुशील मोदी के अधिवक्ता ने 18 अप्रैल को पटना के प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार गुंजन की अदालत में दाखिल किया था.
कानूनी कार्रवाई के बाद जताया खेद
राहुल गांधी ने कानूनी कार्रवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट में खेद प्रकट किया. राहुल गांधी ने कबूल किया कि सुप्रीम कोर्ट ने चौकीदार प्रधानमंत्री को ‘चोर’ नहीं कहा था, फिर भी उन्होंने कोर्ट के आदेश को गलत ढंग से पेश करने की गलती की.
क्या है मामला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 13 अप्रैल को कर्नाटक में बेंगलुरु सिटी के पास कोलार में भाषण के दौरान ‘चोरों का उपनाम मोदी है’ कहा था. इसके बाद ‘मोदी’ सरनेम रखनेवाले ने मान-सम्मान को आहत करनेवाला बयान बताया.