मुंह के बल गिरा किसानों का सोना, चार सौ रुपये तक टूटा भाव, किसान हताश

पूर्णिया : किसानों का सोना कहा जाने वाला मक्का चंद दिनों की बुलंदियों के बाद मुंह के बल गिर गया. मक्का के भाव 4 सौ रुपये तक टूट गये हैं जिससे किसानों को बड़ा धक्का लगा है. गुलाबबाग मंडी में मक्का का रेट इक्कीस सौ से गिरकर साढ़े सत्रह सौ पर आ गया है . […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2019 12:47 AM

पूर्णिया : किसानों का सोना कहा जाने वाला मक्का चंद दिनों की बुलंदियों के बाद मुंह के बल गिर गया. मक्का के भाव 4 सौ रुपये तक टूट गये हैं जिससे किसानों को बड़ा धक्का लगा है. गुलाबबाग मंडी में मक्का का रेट इक्कीस सौ से गिरकर साढ़े सत्रह सौ पर आ गया है . जानकार बताते हैं कि देश की बड़ी मंडियों के इंडस्ट्रियल सेक्टर में स्टॉक नहीं होने से मूल्य में गिरावट आयी है .

हालांकि अप्रैल से पहले मक्का की कीमत दस से ग्यारह सौ तक सीमित थी पर अप्रैल के शुरुआत में चढ़ कर इक्कीस से बाइस सौ तक पहुंच गयी थी. कीमत में अचानक गिरावट आने से किसान एक बार फिर हताश होने लगे हैं. गौरतलब है कि मक्का सीमांचल का मुख्य कैश क्रॉप है. किसानों ने धान और गेहूं की पारंपरिक खेती छोड़ मक्का की रिकार्ड खेती की है.
किसानों के परिवार की परवरिश और घर का सारा काम और अगली फसल की तैयारी इसी मक्का पर निर्भर है. अप्रैल में जब अचानक मक्का के भाव चढ़े तो किसानों को लगा कि उनकी सभी मुश्किलें खत्म हो गईं. मगर खेतों में तैयार नया मक्का लेकर जैसे ही वे मंडी पहुंचे, मक्का का दाम सुन कर हताश हो गये.
गुलाबबाग मंडी में मक्का बेचने पहुंचे मक्का किसान रामनाथ साव ,विक्की यादव और फुलदेव भगत आदि ने बताया कि कोशी सीमांचल के किसानों को बीते दस सालों में मक्का की कीमत सीजन के शुरुआती दौर में नहीं मिली थी. मगर अचानक भाव टूटने से वे परेशान हो उठे हैं. वैसे इन किसानों का कहना है कि यदि यही दाम स्थिर रह जाये तो भी कुछ हद तक राहत है पर इससे नीचे आया तो उनकी मुश्किलें बढ़ जायेगी.
मंडी में मक्का का बढ़ा आवक, डिमांड भी तेज: गुलाबबाग मंडी में पिछले एक पखवाड़े के अंदर मक्का के आवक में दोगुना वृद्धि हुई है जबकि अभी मक्का का सीजन शुरू ही हुआ है.
कारोबारियों की मानें तो प्रतिदिन तकरीबन पांच हजार टन मक्का मंडी पहुंच रहा है. मक्का कारोबारी संजय बोथरा, बीरेंद्र जैन सुरेन्द्र भगत, पूनम डुग्गर आदि ने बताया कि मक्का का सर्वाधिक डिमांड महाराष्ट्र और कर्नाटक में है. डिमांड बढ़ने के साथ मंडी में मक्का की आमदनी भी बड़ी है और खरीदार भी मौजूद है.
कारोबारियों के मुताबिक स्टॉक को लेकर बाजार अभी असमंजस में फंसा है. कारोबारियों का मानना है कि स्टॉक शुरू होने से मक्का के बाजार मूल्य में बढ़ोत्तरी भी हो सकती है. मक्का के बाजार में इस बार दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, बैंगलुरु, कोलकाता सहित साउथ इंडिया की कई बड़ी फूड प्रोसेसिंग कंपनियां सीधा खरीदारी और स्वयं स्टॉक में लगी है.
सीजन में 13 से 14 लाख टन आता है मक्का : सीजन में तकरीबन 13 से 14 सौ टन मक्का मंडी पहुंचता है. जिले के कई प्रखंडों और आस पास के जिलों से भी मक्का की लोडिंग होती है. मक्का के कारोबार से जुड़ी आई एल डी सी, लुइस, ड्राईफ़्यूस कंपनी, कारगिल,एग्रीकल्चर ट्रेडिंग,एन बी एच सी,नेशनल वल्क हंडिंग कॉर्पोरेशन कंपनीसहित दो दर्जन कंपनियों ने मक्का स्टॉक के लिये गुलाबबाग के आस पास अपनी गोडाउन बना रखा है.

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