सदर अस्पताल के बच्चा वार्ड में अब 24 घंटे रहेंगे स्वास्थ्यकर्मी
पूर्णिया : सदर अस्पताल के बच्चा वार्ड में अब 24 घंटे स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहेंगे. इसके लिए सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दे दिया है. सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि मीडिया के माध्यम से यह विषय उनके सामने आया कि रात में बच्चा वार्ड में स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी […]
पूर्णिया : सदर अस्पताल के बच्चा वार्ड में अब 24 घंटे स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहेंगे. इसके लिए सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दे दिया है. सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि मीडिया के माध्यम से यह विषय उनके सामने आया कि रात में बच्चा वार्ड में स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी नहीं रहती है.
सिविल सर्जन ने बताया कि इस विषय को उन्होंने काफी गंभीरता से लेते हुए बच्चा वार्ड में 24 घंटे स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी सुनिश्चित करने को कहा है. बच्चा वार्ड में रात्रि के समय स्वास्थ्य कर्मी की व्यवस्था नहीं होने की खबर को प्रभात खबर ने बुधवार को प्रमुखता से प्रकाशित की थी.
गौरतलब है कि मौजूदा व्यवस्था में बच्चा वार्ड में भर्ती बच्चों की इलाज पूरे दिन मौजूद नर्स की ओर से देखभाल की जाती है. लेकिन शाम ढलते ही व्यवस्था बदल जाती है. बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों के पद रिक्त रहने के कारण रात में बच्चा वार्ड का जिम्मा इमरजेंसी वार्ड पर आ जाता है. हालांकि रात में यदि किसी बच्चे की अचानक तबियत बिगड़ जाती है तो परिजन विचलित हो जाते हैं. परिजन को इमरजेंसी वार्ड अपने बच्चे को लेकर जाना पड़ता है. वार्ड में अगर किसी बच्चे को स्लाइन चढ़ रहा है.
यदि पानी रुक जाए या खत्म हो जाये तो परिजन को दौड़ लगाकर इमरजेंसी वार्ड जाना पड़ता है. अकेला परिजन के रहने पर बच्चे को अकेला छोड़ कर इमरजेंसी वार्ड जाना पड़ता है. जब इमरजेंसी वार्ड में भीड़ रहती है तो वहां समय ज्यादा लग जाता है. अब सिविल सर्जन के आदेश से यह व्यवस्था बदल जाएगी जिससे बीमार बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत मिलेगी. बुधवार की रात से ही यह व्यवस्था प्रभावी करने की हिदायत दी.
बच्चों की सेहत की सीएस ने खुद की जांच
पूर्णिया. अस्पताल के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय तब जुड़ गया जब सीएस डॉ. मधुसूदन प्रसाद बच्चा वार्ड पहुंचे और खुद से बीमार बच्चों के सेहत की जांच की. बच्चा वार्ड में भर्ती जलालगढ़ के बडहरिया के मो निजाम के 7 वर्षीय बेटे महफूज आलम को तेज ज्वर की शिकायत थी.
सीएस डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने आला लगाकर उसकी जांच की. उसके बाद आवश्यक दवा और टेस्ट भी लिखा. जबकि गिरजा चौक के अजय शर्मा के 7 वर्षीय पुत्र उदय कुमार में चमकी के लक्षण थे. सिविल सर्जन ने उसकी भी जांच की. जांच के दौरान अस्पताल प्रबंधक शिम्पी कुमारी को सीएस ने आवश्यक निर्देश भी दिया.