ऑपरेशन में लापरवाही से पूर्णिया में बौंसी के महसेली के के मरीज की मौत
पूर्णिया : सोमवार को शहर के लाइन बाजार चौक के पास निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन में लापरवाही की वजह से अररिया के एक मरीज की मौत हो गयी. मरीज की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को देखते हुए डॉक्टर वहां से निकल गये. मृतक महेन्द्र प्रसाद […]
पूर्णिया : सोमवार को शहर के लाइन बाजार चौक के पास निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन में लापरवाही की वजह से अररिया के एक मरीज की मौत हो गयी. मरीज की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को देखते हुए डॉक्टर वहां से निकल गये.
मृतक महेन्द्र प्रसाद साह(50) अररिया जिले के बौंसी के महसेली के रहनेवाले थे. मृतक के पुत्र मंटू कुमार ने बताया कि उनके पिता की पेशाब की नली की मांसपेशी बढ़ गयी थी. डॉक्टर से दिखाने पर प्रोस्ट्रेट का ऑपरेशन करने की सलाह दी. रविवार को अपराह्न तीन बजे उसके पिता का ऑपेरशन किया गया. आज पूर्वाह्न 10 बजे अचानक उसके पिता की तबियत बिगड़ी और उसके पिता की मौत हो गयी. उसने आरोप लगाया कि ऑपरेशन के बाद से डॉक्टर एक बार भी उनके पिता को देखने नहीं आये थे.
सुबह में जब तबीयत बिगड़ी तब भी डॉक्टर ने आकर देखना मुनासिब नहीं समझा. कंपाउंडर ही इधर-उधर का इलाज करते रहे और इसी दौरान उसके पिता की मौत हो गयी. मरीज की मौत के बाद डॉक्टर अचानक अपने नर्सिंग होम से गायब हो गये. अपराह्न एक बजे तक वे नर्सिंग होम नहीं लौट. हालांकि पूछने पर उनके कंपाउंडर बताते कि अभी ओटी में ऑपरेशन करने में डॉक्टर व्यस्त हैं.
हालांकि डॉक्टर के आने के बाद ही परिजन लाश उठाने पर अड़े थे. परिजनों ने डॉक्टर पर प्राथमिकी भी दर्ज कराने की चेतावनी दी. बाद में मीडिया को वीणा देवी सर्जिकेयर के डॉ. जयेश कुमार ने बताया कि मरीज के प्रोस्ट्रेट का ऑपरेशन किया गया था. 48 घंटे तक मरीज को बेडरेस्ट पर रखने की हिदायत परिजनों को दी गयी थी.
परिजनों की लापरवाही से मरीज बेड से नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गयी. इस संबंध में सहायक खजांची थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि घटना के संबंध में न डॉक्टर और न ही परिजन से इस तरह की कोई सूचना पुलिस को मिली है.