वीवीआइटी में किया गया सेमिनार ऑन वाटर मैनेजमेंट का आयोजन
पूर्णिया : मरंगा स्थित वीवीआइटी में सेमिनार ऑन वाटर मैनेजमेंट का आयोजन किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में बनारस से आये जलप्रहरी सजल श्रीवास्तव ने भविष्य में होने वाले जल संकट के प्रति अगाह किया और वर्षा जल के संचय की अपील की. इस मौके पर जलप्रहरी श्री श्रीवास्तव ने पॉवर […]
पूर्णिया : मरंगा स्थित वीवीआइटी में सेमिनार ऑन वाटर मैनेजमेंट का आयोजन किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में बनारस से आये जलप्रहरी सजल श्रीवास्तव ने भविष्य में होने वाले जल संकट के प्रति अगाह किया और वर्षा जल के संचय की अपील की.
इस मौके पर जलप्रहरी श्री श्रीवास्तव ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से देश में उत्पन्न जल संकट की स्थितियों को दिखाया और पूर्णिया के संदर्भ में सूख रहे पोखर तालाबों को बचाने की अपील की. उन्होंने कहा कि पोखर और तालाब का संरक्षण नदियों को जीवंत रखने के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा कि वर्षा जल संचयन के माध्यम से ही बाढ़ व सूखे की समस्या का निदान संभव है.
इस मौके पर वीवीआइटी के सचिव राजेश मिश्रा ने संयुक्त रूप से जल संरक्षण के लिए सभागार में उपस्थित समस्त प्रबुद्धजनों, समाजसेवियों एवं छात्र छात्राओं के साथ शपथ ली की जल को व्यर्थ नहीं बहाएंगे व न ही दूसरों को ऐसा करने देंगे, जल की बचत करेंगे और दूसरों को प्रेरित करेंगे. अपनी नदियों, तालाबों, पोखरों, कुओं तथा अन्य जलस्रोतों की रक्षा करेंगे.
सेमिनार में अपने विचार व्यक्त करते हुए पर्यावरण प्रहरी तथा नदियों पर कार्य कर रहे सुमित प्रकाश ने पूर्णिया की नदियों यथा सौरा, परमान, कनकई, काली कोसी एवं सौरा की दर्जनों सहायक धाराओं की चर्चा करते हुए इन नदियों की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला और चिंता जाहिर की. उन्होंने देश में जल संकट के समाधान तथा पूर्णिया में प्रतिवर्ष गिरते भू जलस्तर को नियंत्रित करने तथा भूजल की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए वर्षाजल संचयन के प्रयोग को प्रोत्साहित करने की अपील की.
इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य अशेश्वर यादव, बनमनखी कॉलेज के प्रोफेसर सी के मिश्रा ने भी जल संरक्षण को लेकर अपने विचार व्यक्त किये. इससे पहले दीप प्रज्वलित कर विधिवत कार्यक्रम की शुरुआत की गई.
इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्राओं द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, बुके प्रदान कर किया गया. कॉलेज के स्वप्निल, नैंसी कुमारी, नीतीश राज, आशीष, पवन भारती, दानिश आलम, अशोक मेहता, मनीष कुमार, सौरभ कुमार, अरुणेश सुमन, किसलय कृष्णा, अभिषेक पटेल द्वारा संयुक्त रूप से सेव वाटर शीर्षक से नाट्य प्रस्तुति की गयी.
इस नाटक के तहत जल संरक्षण का सन्देश दिया गया. सेमिनार में गेल के सेवानिवृत्त अधिकारी यू पी भगत, कॉलेज प्राचार्य डॉ अशेश्वर यादव, वरिष्ठ समाजसेवी विजय श्रीवास्तव, गिरीन्द्र नाथ झा, चिन्मयानंद, मनोरंजन कुमार, अखिलेश चन्द्रा, समेत कई पर्यावरण प्रेमी, शहर के प्रबुद्ध बुद्धिजीवी, समाजसेवी सहित सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित थे.