दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गणपति के दरबार में लगायी हाजिरी
पूर्णिया : गुलाबबाग के गणपति बप्पा के दरबार में दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं की हाजिरी लग चुकी है. गणपति के दरबार में हाजरी लगाने वालों में सभी धर्मों के लोग शामिल हैं. अधिकांश लोग पंडाल के बाहर से गणपति का दर्शन कर रहें हैं जबकि कुछ ऐसे भी हैं जिनकी गणपति बप्पा में पूरी […]
पूर्णिया : गुलाबबाग के गणपति बप्पा के दरबार में दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं की हाजिरी लग चुकी है. गणपति के दरबार में हाजरी लगाने वालों में सभी धर्मों के लोग शामिल हैं. अधिकांश लोग पंडाल के बाहर से गणपति का दर्शन कर रहें हैं जबकि कुछ ऐसे भी हैं जिनकी गणपति बप्पा में पूरी आस्था है.
ऐसे लोग विधिवत दर्शन कर मन्नतें मांग रहे हैं. आलम यह है कि एक तरफ भगवान गणेश की पूजा-अर्चना तो दूसरी ओर गणपति मेला को लेकर गुलाबबाग में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. पिछले दो सितंबर से रोजाना यहां हजारों लोग पहुंच रहे हैं.
गौरतलब है कि गुलाबबाग का गणपति महोत्सव बहुचर्चित है. इस अवसर पर दस दिनों तक गुलाबबाग गुलजार रहता है. रंगीन बल्बों की रोशनी और वातावरण में वैदिक मंत्रोच्चार अलौकिक छटा बिखेरता है. इस महोत्सव का इंतजार बंगाल, नेपाल समेत पूरे सीमांचल के लोग भी करते हैं. इस दौरान गुलाबबाग में मेहमाननवाजी भी खूब होती है.
दूर दराज में रहने वाले रिश्तेदार इस महोत्सव में गुलाबबाग पहुंच जाते हैं और दस दिनों तक मेला का लुत्फ उठाते हैं. इस बार भी अमूमन हर घर में रिश्तेदार आकर ठहरे हुए हैं. इस दौरान बहु बेटियां भी गुलाबबाग में पहुंचकर गणपति से प्रार्थना करती हैं . शुक्रवार तेरह सितंबर को मटका फोड़ कार्यक्रम के साथ गणपति महोत्सव का समापन हो जायेगा.
साझी आस्था की मिसाल है गणपति महोत्सव: गुलाबबाग का गणपति महोत्सव सही मायने में साझी आस्था की मिसाल है. भाई ग्रुप के सदस्य एवं आयोजन समिति से जुड़े अंसार अहमद बलियावी दर्जनों मुस्लिम कार्यकर्ताओं के साथ महोत्सव में अहम भूमिका निभाते हैं.
इसी दौरान मुहर्रम होता है और इलाके के हजारों मुस्लिम भाई भी गणपति दर्शन के साथ मेला घूमने के लिए पहुंचते हैं. मुहर्रम के ताजिया के दौरान भाई ग्रुप भी आपसी सहयोग और सौहार्द की मिसाल पेश करते हैं. मंगलवार को मुहर्रम के ताजिया पर प्रसाद चढ़ाने वाले हिंदू श्रद्धालओं ने भी खुशकीबाग स्थित कर्बला पर इमाम हुसैन को उनकी इंसानियत के लिए दी गयी कुर्बानी को याद कर नमन किया .