सदर अस्पताल में डायलिसिस सेवा फिर से हुई बहाल
पूर्णिया : किडनी के मरीजों के लिए राहत की खबर है. सदर अस्पताल की डायलिसिस सेवा फिर से बहाल हो गई है. डायलिसिस सेवा बहाल होते ही पांच मरीजों ने इसका लाभ भी उठा लिया. असल में मशीन में खराबी आ जाने की वजह से अगस्त माह से डायलिसिस बंद थी. सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन […]
पूर्णिया : किडनी के मरीजों के लिए राहत की खबर है. सदर अस्पताल की डायलिसिस सेवा फिर से बहाल हो गई है. डायलिसिस सेवा बहाल होते ही पांच मरीजों ने इसका लाभ भी उठा लिया. असल में मशीन में खराबी आ जाने की वजह से अगस्त माह से डायलिसिस बंद थी.
सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने इसे गंभीरता से लिया और मशीन की मरम्मत के लिए आवश्यक पहल की. सीएस की पहल से कोलकाता से इंजीनियर आये और मशीन की मरम्मत की गयी. जानकारी के मुताबिक अस्पताल में चार डायलिसिस मशीन है. इसमें से दो मशीन की मरम्मत होने के बाद डायलिसिस शुरू कर दी गयी है.
शेष दो मशीन की मरम्मत में 10-10 लाख का खर्च आने की संभावना है. गौरतलब है कि डायलिसिस केन्द्र में एक बार में दो मरीजों की डायलिसिस होती है. जबकि प्रतीक्षा सूची में आधा दर्जन मरीज हमेशा रहते हैं. इसकी वजह है कि यहां डायलिसिस कराना काफी सस्ता है . यहां महज 1200 रुपये में डायलिसिस होती है. बीपीएल के लिए शुल्क केवल 900 रुपये है. आयुष्मान भारत योजना के तहत तो शुल्क नगण्य है.
वर्ष 2012 में हुई थी डायलिसिस केन्द्र की स्थापना : सदर अस्पताल के डायलिसिस केन्द्र की स्थापना 13 जुलाई 2012 को की गयी थी. स्थापना के समय में केंद्र में चार मशीन उपलब्ध करायी गयी थी. हालांकि अभी दो मशीन ही ठीक तरीके से काम कर रहा है.
अस्पताल के पुराने स्वास्थ्यकर्मी बताते हैं कि स्थापना के वक्त जब चार मशीन से एक साथ डायलिसिस शुरू हुआ था तब किडनी रोग से ग्रस्त शहर के कुछ डॉक्टर भी यहीं डायलिसिस कराने आते थे. जबकि इससे पहले ये डॉक्टर कोलकाता चले जाते थे.
स्टाफ की पूर्ति होने पर 24 घंटे सेवा संभव: डायलिसिस सेवा को 24 घंटे सुचारू रूप से चलाने के लिए ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी की आवश्यकता है. अभी अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों का अभाव है. इसलिए जरूरत के हिसाब से आवश्यक सेवाओं को बहाल रखा गया है. फिलहाल एक शिफ्ट में डायलिसिस केन्द्र का संचालन नियमित तौर पर किया जा रहा है. इससे भी मरीजों को काफी सहूलियत मिल रही है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है सदर अस्पताल का डायलिसिस केंद्र
सदर अस्पताल का डायलिसिस केन्द्र आधुनिक सुविधाओं से लैस है. वर्तमान में दो मशीनें चालू हैं जो अत्याधुनिक हैं. इनकी मदद से एक बार में दो मरीजों की डायलिसिस की जाती है. सस्ता और सुविधायुक्त होने के साथ यहां डायलिसिस सहजता से उपलब्ध है.
यही वजह है कि किडनी रोगियों का एक बड़ा तबका निजी अस्पतालों में भटकने की बजाय सदर अस्पताल में डायलिसिस कराना मुनासिब समझता है. डायलिसिस केन्द्र में अभी एक तकनीशियन सुशांत महोपात्रा को तैनात रखा गया है जो डायलिसिस की प्रक्रिया में तकनीकी सहयोग प्रदान करते हैं.