मधुबनी में सड़क जाम से दिन भर ठहरी रही रफ्तार, जाम में फंसे सैकड़ों वाहन
पूर्णिया : मधुबनी में बुधवार को एनएच 107 पर जाम लगने से दिन भर रफ्तार ठहरी रही. इस दौरान पूर्णिया-सहरसा और पूर्णिया रुपौली का सड़क संपर्क घंटों बाधित रहा. इस जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे. बाइक और साइकिल सवार रेंगते नजर आये जबकि इस जाम से मधुबनी का आम जनजीवन भी अस्त व्यस्त रहा. […]
पूर्णिया : मधुबनी में बुधवार को एनएच 107 पर जाम लगने से दिन भर रफ्तार ठहरी रही. इस दौरान पूर्णिया-सहरसा और पूर्णिया रुपौली का सड़क संपर्क घंटों बाधित रहा. इस जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे. बाइक और साइकिल सवार रेंगते नजर आये जबकि इस जाम से मधुबनी का आम जनजीवन भी अस्त व्यस्त रहा. हालांकि जाम हटाने के लिए पुलिस के जवान लगातार मशक्कत करते रहे पर जाम की यह मुसीबत लोगों को दिन भर सताती रही.
दरअसल, मधुबनी के टर्निंग प्वाइंट पर थाना चौक के समीप एक नाला का निर्माण किया जा रहा है जिससे रंगभूमि रोड की ओर बड़े वाहनों का परिचालन रोक दिया गया है. चूंकि इसकी सार्वजनिक तौर पर इसकी पूर्व सूचना नहीं दी गई है इसलिए फोर व्हीलर इस रुट में चले आये और फंसते चले गये. इन गाड़ियों को बैक करने और जगह खाली कराने में परेशानी हो गयी.
इस बीच मुख्य सड़क पर भी ट्रैफिक डिस्टर्व हो गया जिससे देखते-देखते मुख्य सड़क पर छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गयी. बुधवार की दोपहर आलम यह था कि मधुबनी में मंझली चौक से थाना चौक के बीच पैदल निकलने की जगह नहीं रह गयी थी. इस बीच मधुबनी में मुख्य सड़क के दोनों तरफ की दुकानों की बिक्री दिन भर ठप रही जबकि मधुबनी में रहने वाले लोगों का अपने घर तक पहुंचना मुश्किल हो गया.
कई लोग जैसे-तैसे रेंगते हुए बाहर आये और दूसरे मार्ग से घरों के लिए निकले पर वे लोग शाम तक जाम में ही फंसे रहे जो बाइक से घर या घर से बाजार जा रहे थे. इस जाम में स्कूली वाहन भी फंस गये जिससे बच्चों को काफी परेशानी हुई. रंगभूमि वाले रोड को क्लीयर करने में काफी समय लग गया. इस दौरान शाम हुई. कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह लाइन क्लीयर किया गया और जाम खत्म हो सका.
पार्किंग के लिए चिह्नित है स्थल पर सुविधा नहीं
लाइन बाजार में सर्वे के बाद प्रशासन ने कुछ माह पूर्व सदर अस्पताल के समीप स्थित सरकारी जमीन का चयन किया था. यह तय किया गया था कि इस जगह को अतिक्रमण से मुक्त करने के बाद पार्किंग स्थल बनाया जाएगा. इस लिहाज से अतिक्रमण हटाया भी गया पर वह जगह फिर अतिक्रमण की चपेट में आ गई.
हालांकि अतिक्रमण हटाने का काम चलता रहता है पर स्थिति जस की तस हो जाती है. आलम यह है कि चिह्नित स्थल के समीप सिर्फ एम्बुलेंस लगे रहते हैं जबकि यहां रोजाना हजारों वाहनों की कतार लगती है. बड़ी संख्या में वाहन और फोर व्हीलर की पार्किंग के लिए बड़ी जगह का होना लाजिमी माना जा रहा है.
ऑटो के लिए कोई पड़ाव उपलब्ध नहीं
पूर्णिया बस स्टैंड से गुलाबबाग जीरोमाइल चौक के बीच कहीं भी शहर में ऑटो का पड़ाव नहीं है. नतीजतन ऑटो वाले सड़क किनारे ही अपनी गाड़ी लगाने को विवश हैं और प्रशासनिक कार्रवाई की चपेट में आ रहे हैं. काफी पहले बस स्टैंड के समीप और लाइन बाजार में बिहार टाकीज मोड़ के निकट टेम्पो पड़ाव की योजना बनी थी.
बिहार टाकीज मोड़ पर पड़ाव के लिए निगम की ओर गड्ढे में मिट्टी भराई हुई थी और ईंट सोलिंग भी किया गया था पर वहां ऑटो पड़ाव आज तक नहीं बन सका. ऑटो चालकों का कहना है कि उन पर कार्रवाई से पहले पड़ाव की व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए.