जिले के 100 स्कूलों में रोबोटिक गैजेट्स से अब होगी पढ़ाई
पूर्णिया : स्मार्ट क्लास के बाद अब कृत्रिम बुद्धिमता आधारित रोबोटिक गैजेट्स के जरिये बच्चों में सीखने की दिलचस्पी बढ़ायी जायेगी. पायलट चरण में इस योजना से जिले के 100 मध्य विद्यालय के छात्र-छात्राओं को आच्छादित किया जायेगा. इनमें पूर्णिया पूर्व व केनगर प्रखंड के 50-50 विद्यालयों को शामिल किया गया है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी […]
पूर्णिया : स्मार्ट क्लास के बाद अब कृत्रिम बुद्धिमता आधारित रोबोटिक गैजेट्स के जरिये बच्चों में सीखने की दिलचस्पी बढ़ायी जायेगी. पायलट चरण में इस योजना से जिले के 100 मध्य विद्यालय के छात्र-छात्राओं को आच्छादित किया जायेगा. इनमें पूर्णिया पूर्व व केनगर प्रखंड के 50-50 विद्यालयों को शामिल किया गया है.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए कवायद शुरू कर दी गयी है. इसके तहत बुधवार को जिला स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में चयनित विद्यालयों के विज्ञान एवं अंग्रेजी विषय के दो-दो शिक्षकों को बिहार राज्य के लिए प्राधिकृत एजेंसी हैसलफ्रे फाउंडेशन के प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया.
प्रशिक्षण के दौरान चयनित सभी विद्यालयों के लिए विशेष रूप से निर्मित एक-एक टैबलेट शिक्षकों को प्रदान किया गया, जिसके माध्यम से बच्चों को रूचिकर तरीके से पढ़ाया जायेगा. प्रशिक्षकों ने रोबोटिक गैजेट्स के माध्यम से बच्चों को सीखने से संबंधित 10 विभिन्न तकनीक की जानकारी दी .
इस प्रोजेक्ट के महत्व के बारे में राज्य समन्वयक अनिल सिंह ने कहा कि विशेष तरीके से निर्मित इस टैबलेट के माध्यम से बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा गैर साइक्लो आधारित लर्निंग प्रक्रिया है. इससे बच्चों की मानसिक, शारीरिक, सामाजिक मजबूती एवं कौशल क्षमता का विकास होगा. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के आकांक्षी 115 जिले में पूर्णिया जिला भी एक है जहां इस तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सतीश कुमार वर्मा, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मजहर सऊद, हैसलफ्रे फाउंडेशन के प्रशिक्षक नयन मजूदार एवं जिला समन्वयक चन्द शेखर झा मौजूद थे. शिक्षक श्याम सुन्दर गुप्ता,ममता केशरी एवं कुमारी भारती ने सकारात्मक सहयोग दिया .