अपराध और अपराधियों पर अंकुश के लिए सीसीटीएनएस जरूरी

मुंगेर : क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रे¨किंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) के सफल संचालन को लेकर बुधवार को संग्रहालय सभागार में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता मुख्यालय डीएसपी मो. शिब्ली नोमानी ने की. जबकि कार्यशाला में मौजूद डीएसपी, इंस्पेक्टर और थानाध्यक्ष को इस सिस्टम के बारे में बताया गया. डीएसपी मो. शिब्ली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2019 8:43 AM

मुंगेर : क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रे¨किंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) के सफल संचालन को लेकर बुधवार को संग्रहालय सभागार में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता मुख्यालय डीएसपी मो. शिब्ली नोमानी ने की. जबकि कार्यशाला में मौजूद डीएसपी, इंस्पेक्टर और थानाध्यक्ष को इस सिस्टम के बारे में बताया गया.

डीएसपी मो. शिब्ली नोमानी ने कहा कि इस सिस्टम के माध्यम से प्रदेश के किसी भी थाने में हुए अपराधों से जुड़ी तमाम जानकारी मुख्यालय में स्थित पुलिस विभाग के किसी भी कार्यालय में बैठ कर देखा जा सकता है. इस प्रणाली के प्रयोग से पुलिस विभाग में भारी मात्रा में प्रयोग किये जाने वाले कागजात की बचत होगी. अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने में यह सिस्टम बेहद कारगर साबित होगा.
जिसके कारण यह आज की जरूरत है. इसलिए इस तरह के प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया है. ताकि अधिक से अधिक पुलिस कर्मियों को इसकी जानकारी हो. उन्होंने कहा कि टीसीएस द्वारा जिले के सभी थानों में लगभग 6 महीने तक थानाध्यक्ष और डाटा ऑपरेटर को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा. इस योजना के तहत अब सभी अपराधों की विवेचना कंप्यूटरीकृत कर दी जायेगी.
इस प्रणाली के अंतर्गत अपराधी का रिकॉर्ड ऑनलाइन कर दिया जायेगा. ताकि अपराध संबंधी सभी जानकारी देश के किसी भी हिस्से में देखी जा सकती है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने डिजिटल पुलिस पोर्टल की शुरुआत इसी उद्देश्य से की थी. कार्यशाला के दौरान विवेचक को निर्धारित रोस्टर के मुताबिक प्रशिक्षण दिया गया.
इसके अतिरिक्त अज्ञात शव, अप्राकृतिक मृत्यु, गुमशुदगी आदि की ऑनलाइन समीक्षा, घरेलू साक्ष्य, किरायेदार और कर्मचारी का सत्यापन करने आदि के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया. टीसीएस के मैनेजर राजेश कुमार ने बताया कि किस तरह से सीसीटीएनएस का इस्तेमाल किया जायेगा और इसके तहत न्यायालय, थाना, अभियोजन और एफएसएल को जोड़ा जायेगा. ताकि थाने भी कोर्ट से सीधे जुड़ सके. एफआईआर से लेकर वारंट तक ऑनलाइन होगा.
मौके पर एएसपी हरिशंकर कुमार, तारापुर डीएसपी रमेश कुमार, इंस्पेक्टर मो. नईम अंसारी, कोतवाली इंस्पेक्टर नीरज कुमार, थानाध्यक्ष रोहित कुमार, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, मुफस्सिल ब्रजेश कुमार सिंह, खड़गपुर मिंटू कुमार सिंह, धरहरा थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार सहित सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर और थानाध्यक्ष व ओपी प्रभारी मौजूद थे.

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