धरा पर हर जीव का लक्ष्य सत्कर्म की पावन काया
जलालगढ़ : जीवन में आध्यात्म के मार्ग पर ही इस मानवरूपी शरीर को लक्ष्य तक ले जाया जा सकता है. ईश्वर की असीम अनुकम्पा के द्वारा मनुष्य जोनी की प्राप्ति हुई है. सत्संग के माध्यम से परम पिता परमेश्वर को प्राप्त किया जा सकता है. उक्त बातें मंगलवार को दो दिवसीय संतमत प्रथम भव्य ज्ञान […]
जलालगढ़ : जीवन में आध्यात्म के मार्ग पर ही इस मानवरूपी शरीर को लक्ष्य तक ले जाया जा सकता है. ईश्वर की असीम अनुकम्पा के द्वारा मनुष्य जोनी की प्राप्ति हुई है.
सत्संग के माध्यम से परम पिता परमेश्वर को प्राप्त किया जा सकता है. उक्त बातें मंगलवार को दो दिवसीय संतमत प्रथम भव्य ज्ञान यज्ञ के पहले दिन हांसी रहिका गांव में बालयोगी आशीष आनंद उर्फ बच्चा बाबा ने प्रवचन में कही. प्रवचन में कहा कि धरा पर हर जीव का लक्ष्य सत्कर्म की पावन काया है. जैसे कोई भी मनुष्य माया को ही सबकुछ जीवन का लक्ष्य समझता है.
इस लक्ष्य को पाने के लिये वह माया के मायाजाल में फंसता जाता है. जब इस बात का बोध होता है तब तक उसके पास वापस होने का कोई समय नहीं होता है. जीवन की इस माया मोह की त्याग के बाद ही मनुष्य अपने सत्यकर्म के द्वारा ईश्वर की रचना को समझ सकता है.
कहा कि धर्म, अर्थ, काम, मोह, माया जीवन के पांच लक्ष्य है. इसमें शुरू और अंत धर्म की बात सामने आती है. जिसको यह जान पड़ता है वह मनुष्य युग में कालांतर तक अपने विचार का प्रसार करता है. भौतिकवादी सुख से सिर्फ अल्प सुख को ही पाता है.
मौके पर साध्वी भारती, राम दास जी महाराज, स्वामी राम विलास साहेब आदि साधु महात्मा ने प्रवचन कर विचार को रखा. मौके पर भजन-कीर्तन, योग साधना किया गया. मंगलवार से शुरू सत्संग आयोजन का गुरुवार शाम को समाप्त होगा.
संतमत आयोजकों द्वारा भंडारा की व्यवस्था की गई थी. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बच्चा बाबा के प्रवचन सुनने पहुंचे. आयोजन कमेटी के अध्यक्ष मनीज सिंह सहित हांसी रहिका गांव व क्षेत्र के सत्संगी श्रद्धालुओं द्वारा संतमत भव्य ज्ञान यज्ञ को सफल बनाने में जुटे हुए हैं.