महाशिवरात्रि आज, जलाभिषेक करेंगे भक्त
पूर्णिया : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूर्णिया के भक्त शुक्रवार को उन्नति की मन्नतें मांगेंगे. महाशिवरात्रि को लेकर जलाभिषेक के लिए शिवालयों में गुरुवार की देर शाम तक सभी तैयारी पूरी कर ली गयी. शुक्रवार 21 फरवरी को शहर समेत पूरे जिले की शिवालयों में भक्तों की जमघट लगेगी. गुरुवार की देर […]
पूर्णिया : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूर्णिया के भक्त शुक्रवार को उन्नति की मन्नतें मांगेंगे. महाशिवरात्रि को लेकर जलाभिषेक के लिए शिवालयों में गुरुवार की देर शाम तक सभी तैयारी पूरी कर ली गयी. शुक्रवार 21 फरवरी को शहर समेत पूरे जिले की शिवालयों में भक्तों की जमघट लगेगी. गुरुवार की देर रात तक जहां शिवालयों की सजावट का काम पूरा हो जायेगा वहीं शुक्रवार की सुबह सिटी में सौरा के तट पर पूजन सामग्रियां बेचने वालों की दुकानें भी सज जायेंगी.
शिवरात्रि को लेकर क्षेत्र के शिवालयों का रंग-रोगन कर शिवरात्रि की तैयारी पूरी कर ली गयी है. महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर के कई शिवालयों से शिव बारात निकालने की भी तैयारी की जा रही है. शुक्रवार के देर शाम बैंड-बाजे के साथ शिव बारात निकाली जाएगी. इससे पहले सुबह से मंदिरों व शिवालयों में जलाभिषेक किया जाएगा और पूजन अनुष्ठान किए जाएंगे.
कई भक्तों ने इस अवसर पर रुद्राभिषेक अनुष्ठान की भी तैयारी की है. इसकी प्रक्रिया शुक्रवार की सुबह से ही शुरू हो जाएगी. शुक्रवार को पूर्णिया सिटी में मेला जैसा नजारा रहेगा जहां भक्त सौरा नदी में स्नान करने के बाद नदी के ही जल से तट पर स्थित एेतिहासिक शिवालय में जलाभिषेक करेंगे.
महाशिवरात्रि को लेकर शहर के कोरटबाड़ी स्थित उगना महादेव मंदिर, मधुबनी शिवालय, पोलिटेकनिक चौक शिवालय, हाउसिंग बोर्ड शिवालय, ततमा टोली शिव मंदिर, पंचमुखी मंदिर शिवालय, गुलाबबाग मेला ग्राउंड शिवालय, चंदननगर चौक शिवालय, सुनौली चौक शिवालय, पुरणदेवी मंदिर शिवालय, मधुबनी यादव टोला पूर्णेश्वर मंदिर समेत सभी शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि पर पूजा-अर्चना की तैयारी की गयी है.
गौरतलब है कि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाई जाती है. शिवरात्रि को लेकर कई मान्यताएं हैं. कोई सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से मानता है तो पौराणिक कथाओं में इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह होने की बात कही गयी है. साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण माना गया है.