43 लोगों को मिला इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस

पूर्णिया : पूर्णिया के 43 लोग विदेशों में फर्राटे से वाहन चला रहे हैं. इन लोगों को इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस मिला है. इनमें दो महिलाएं भी हैं. पूर्णिया में हाल के वर्षो में शैक्षणिक जागरूकता बढ़ी है और यहां के युवा वर्ग में विदेशों में पढ़ने और अच्छी-खासी सैलेरी के कारण नौकरी के प्रति झुकाव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2014 1:41 PM
पूर्णिया : पूर्णिया के 43 लोग विदेशों में फर्राटे से वाहन चला रहे हैं. इन लोगों को इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस मिला है. इनमें दो महिलाएं भी हैं. पूर्णिया में हाल के वर्षो में शैक्षणिक जागरूकता बढ़ी है और यहां के युवा वर्ग में विदेशों में पढ़ने और अच्छी-खासी सैलेरी के कारण नौकरी के प्रति झुकाव भी हुआ है. विदेशों में इन्हें ड्राइविंग की अनुमति नहीं है, जब तक कि वांछित परमिट न हो.
विदेशों में इंटरनेशनल लाइसेंस बनाना मुश्किल है.
इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस अथवा परमिट भारत में संबंधित विभाग से ही लिया जा सकता है. ऐसे जरूरतमंद युवाओं ने काफी प्रयास किये तो काफी विचार-विमर्श के बाद पूर्णिया के परिवहन विभाग ने इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस देना शुरू कर दिया. विभागीय सूत्र बताते हैं कि बिहार में पटना के बाद पूर्णिया में ही इंटरनेशनल ड्राइविंग सर्टिफिकेट बनता है.
वैसे अभ्यर्थी जो दूसरे जिले के हैं अथवा उनका डीएल दूसरे जिले का है, उनका इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनाना मुश्किल होता है. ऐसे लोगों को स्थानीय निवास प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होता है. इसी आधार पर उनके लाइसेंस का प्रेजेंट-एड्रेस लोकल बनाने के पश्चात ही इंटरनेशनल लाइसेंस बनाया जाता है.
कैसे वाहनों का परमिट
इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस का आधार लोकल ड्राइविंग लाइसेंस होता है. उसमें यदि टू-व्हीलर है तो टू-व्हीलर के लिए ही परमिट होगा. यदि लाइट अथवा हेवी व्हीकल लाइसेंस है तो यही लाइसेंस निर्गत होता है.
अगर हैं फिट तो मिलेगा लाइसेंस
इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए फिजिकली फिट होना जरूरी है. इसके लिए मेडिकल जांच रिपोर्ट भी जरूरी है.
जिन्हें मिला लाइसेंस
इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस पाने वालों में भट्ठा दुर्गाबाड़ी के मिश्र निशिकांत, पटना के हर्ष इंद्रारूल, डॉलर हाउस चौक पूर्णिया के राय कुमार, चूनापुर रोड के ठाकुर जयानंद, डॉलर हाउस चौक के आरके आशीष, नवरतन के विजय मोहन, हाउसिंग कॉलोनी के डा एपी साही, रूपेश्वरी नगर पूर्णिया के अंजलि कुमार, नवरतन के आयुष कुमार सिन्हा एवं प्रतीक सिंह, मधुबनी के तपेश्वर दास, महाराजी हाता के गौतम चेतन, रामबाग के अमित कुमार, पुलिस लाइन की नेहा शिल्पी एवं हाउसिंग कॉलोनी की आशा शाही समेत 43 लोग हैं.

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