रोहतास में ही रोका गया था एएसआइ वीरेंद्र का वेतन
पूर्णिया : मृत एएसआइ वीरेंद्र कुमार का वेतन रोहतास से ही रुका हुआ था. तीन वर्ष पूर्व वे रोहतास के विक्रमगंज थाने में एएसआइ के पद पर कार्यरत थे. परिजनों ने बताया कि केस के निष्पादन में देरी होने को लेकर उन पर विभागीय कार्रवाई के तहत वेतन रोक दिया गया था. दो वर्ष पूर्व […]
पूर्णिया : मृत एएसआइ वीरेंद्र कुमार का वेतन रोहतास से ही रुका हुआ था. तीन वर्ष पूर्व वे रोहतास के विक्रमगंज थाने में एएसआइ के पद पर कार्यरत थे. परिजनों ने बताया कि केस के निष्पादन में देरी होने को लेकर उन पर विभागीय कार्रवाई के तहत वेतन रोक दिया गया था.
दो वर्ष पूर्व उनका तबादला पूर्णिया में हुआ. इधर, महीनों से वेतन के भुगतान को लेकर वे पुलिस लाइन के सार्जेट मेजर के कार्यालय का चक्कर लगा रहे थे. वहां एपीसी एवं एनओसी मांगा गया. दोनों के कागजात जमा कराये जाने के बाद आधार कार्ड व पैन कार्ड की मांग की थी, जिसे पूरा कर कार्यालय में प्रस्तुत किया गया था. इसके बावजूद वेतन भुगतान में आनाकानी की जा रही थी. एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने कहा कि एएसआइ वीरेंद्र कुमार को वायरलेस से संदेश देकर बुलवाया गया था. वे नहीं आये. पुलिस लाइन में नियमित सुनवाई के दौरान भी वे किन्हीं कारणों से उपस्थित नहीं थे.
नानी के भेजे पैसों से चलता था घर : शशांक
मृत एएसआइ के तीन बेटों में सबसे छोटा लड़का शशांक 8वीं कक्षा का छात्र है और पूर्णिया में अपने माता-पिता के साथ रहता था. उसने बताया कि दो वर्ष से वह स्कूल नहीं गया है. आठवीं पास करने के बाद स्कूल में पुन: एडमिशन कराने के लिए रुपये नहीं थे. उसने बताया कि उसकी नानी के भेजे गये रुपये से जैसे-तैसे घर चल रहा है. उनके साथ काम कर रहे अन्य कर्मियों ने बताया कि वीरेंद्र कुमार रोजाना कुछ-न-कुछ रुपये मांग कर काम चला लेता था. वह व्यावहारिक आदमी था. हमेशा हंसता रहता था, लेकिन अचानक खुद को गोली मार लेने की घटना ने उनलोगों को अचंभित कर दिया है.
पैतृक गांव भेजा गया एएसआइ का शव
पूर्णिया. एएसआइ वीरेंद्र कुमार के खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर लेने के बाद रविवार को उनका शव पोस्टमार्टम के लिए पुलिस विभाग के एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया. इसके बाद उनका शव पुलिस लाइन लाया गया, जहां पूर्व से सदर डीएसपी मनोज कुमार व सार्जेट मेजर विनोद कुमार मिश्र सहित दर्जनों विभागीय अधिकारी व जवान मौजूद थे. एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने शव को विभाग के वाहन के साथ उनके पैतृक गांव मुजफ्फरपुर भेजने का निर्देश दिया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा.
मड़वन भोज में पसरा सन्नाटा
मड़वन (मुजफ्फरपुर) : पूर्णिया जिला के खजांची हाट थाने में पदस्थापित एएसआइ वीरेंद्र कुमार का शव पहुंचने से पहले रविवार को मड़वन भोज गांव में मातमी माहौल छाया हुआ था. वीरेंद्र के परिजनों ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद एएसआइ वीरेंद्र की मां राजकली देवी (70) व उसके चचेरे भाई पूर्णिया शव लाने के लिए निकल चुके हैं.