चित्त, वित्त व यौवन सब चलायमान : सत्याश्रय
पूर्णिया: आनंद मार्ग प्रचारक संघ के तत्वावधान में 72 घंटे से चल रहे बाबा नाम केवलम संकीर्तन का रविवार को समापन हो गया. इस मौके पर सेमिनार का भी आयोजन किया गया था. इस संकीर्तन से पिछले चार दिनों से चल रहे संकीर्तन से वातावरण पूर्ण रुप से मधुमय हो गया था. इस संकीर्तन में […]
पूर्णिया: आनंद मार्ग प्रचारक संघ के तत्वावधान में 72 घंटे से चल रहे बाबा नाम केवलम संकीर्तन का रविवार को समापन हो गया. इस मौके पर सेमिनार का भी आयोजन किया गया था. इस संकीर्तन से पिछले चार दिनों से चल रहे संकीर्तन से वातावरण पूर्ण रुप से मधुमय हो गया था. इस संकीर्तन में पूर्णिया, अररिया, कटिहार व सहरसा जिले से भारी संख्या में आनंद मार्गी जुटे थे. पूर्णिया कोर्ट स्टेशन स्थित गुरु निवास में गुरुवार से बाबा नाम केवलम अखंड संकीर्तन एवं सेमिनार का आयोजन किया गया था.
कार्यक्रम के समापन के मौके पर आनंद मार्ग के जिला सचिव विष्णुदेव ने कहा कि भक्ति जागरण के लिए इष्ट और आदर्श मनोभाव से पालन करना चाहिए. इस मौके पर आचार्य सत्याश्रयानंद अवधुत ने कहा कि चित्त, वित्त और संसार चलायमान है.
सिर्फ धर्म ही निश्चल है. इसलिए धर्म की प्राप्ति के लिए अपना मन, धन, यौवन और संसार का सर्वस्व अर्पित कर देना चाहिए. इस अवसर पर प्रद्युमA नारायण,अचिंत लाल, सिंहेश्वर, अंगिका समाज के केंद्रीय महासचिव विश्वजीत, गंगाधर, अरुण, ललित, रंजीत, तरुण, गौतम,ज्योतिष एवं केंद्र से आये आचार्य नभतीतानंद अवधूत आचार्य पूर्णदेवानंद अवधुत,आचार्य कृत भूषणानंद अवधूत,आचार्य मुनीवरणानंद अवधूत व डायस सिक्रेट्री आचार्य चिदंबरानंद अवधूत, मीडिया प्रभारी अखिलेश व देवेंद्र ने कार्यक्रम की सफलता में सक्रिय भागीदारी निभायी.