बंध्याकरण ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत, डॉक्टर पर लगाया आरोप
केनगर: बंध्याकरण ऑपरेशन के दौरान एक महिला की मौत हो गयी. घटना सोमवार की है. 25 वर्षीया मृत महिला रसीदा खातून बिठनौली पूरब पंचायत के इस्लामपुर गांव निवासी मेहरूद्दीन की पत्नी थी. मृतका की मां तसलीना ने बताया कि केनगर पीएचसी में ऑपरेशन के दौरान ही उसकी पुत्री रसीदा की मौत हो गयी थी, लेकिन […]
केनगर: बंध्याकरण ऑपरेशन के दौरान एक महिला की मौत हो गयी. घटना सोमवार की है. 25 वर्षीया मृत महिला रसीदा खातून बिठनौली पूरब पंचायत के इस्लामपुर गांव निवासी मेहरूद्दीन की पत्नी थी.
मृतका की मां तसलीना ने बताया कि केनगर पीएचसी में ऑपरेशन के दौरान ही उसकी पुत्री रसीदा की मौत हो गयी थी, लेकिन उसे भ्रमित करने के उद्देश्य से उसे जीवित बता कर एंबुलेंस से सदर अस्पताल पूर्णिया भेज दिया गया, जहां डॉक्टर ने उनकी पुत्री को मृत घोषित कर दिया. मृतका के तीन वर्षीय पुत्र मेराज और 18 दिन की पुत्री पाकीजा हैं. मृतका का पति मेहरूद्दीन मजदूरी की जीवन बसर करता है. मंगलवार को मृतका रसीदा को सुपुर्दे खाक कर दिया गया.
रो-रो कर परिजन बेहाल : रसीदा के परिजन रो-रो कर बेहाल हैं. उसको नहीं मालूम था कि अपने जिगर के टुकड़े नवजात पुत्री पाकीजा को वह सोमवार शाम के बाद कभी अपना दूध नहीं पिला सकेगी. मृतका के तीन वर्षीय पुत्र मेराज आलम को नहीं मालूम है कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं रही. रसीदा की मौत से उसकी मां, पति एवं टोला पड़ोसियों के आंसू नहीं थम रहे हैं.
कहते हैं पीएचसी प्रभारी : केनगर पीएचसी प्रभारी डा अशोक कुमार मिश्र ने बताया कि ऑपरेशन के बाद महिला रसीदा को सांस की तकलीफ हुई थी और उसे अविलंब ऑक्सीजन लगाया गया तथा नाजुक स्थिति को देख रोगी को एंबुलेंस से सदर अस्पताल भेज दिया गया था. प्रभारी ने बताया कि रसीदा का बीपी एवं हीमोग्लोबिन जांच किया गया जो सामान्य था.
पीएचसी में नहीं है कॉर्डियेक मॉनिटर
बताया गया है कि केनगर पीएचसी में कॉर्डियेक मॉनिटर एवं आर्टिफिसियल रेस्पीरेटर संयंत्र का अभाव है. बताया जाता है ऑपरेशन के दौरान इन मशीनों का थियेटर में होना बहुत आवश्यक है. बताया गया कि कॉर्डियेक मॉनिटर से रोगी के पल्स, बीपी एवं जीवन रेखा आदि की तात्कालिक स्थिति का पता चलता रहता है. वहीं आर्टिफिसियल रेस्पीरेटर से रोगी को ऑक्सीजन दिया जाता है.