सदर अस्पताल: बरामदे पर बेड लगा किया जाता है मरीजों का इलाज बेड 300, भरती मरीज 500

पूर्णिया: पूर्वोत्तर बिहार का सबसे बड़ा सदर अस्पताल आज भी बेड की कमी का दंश ङोल रहा है. सदर अस्पताल में प्रतिदिन आपातकालीन सेवा में लगभग 100 मरीज एवं ओपीडी में लगभग 1500 मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. यहां उपलब्ध बेडों की संख्या लगभग 300 है, जबकि यहां इलाज के लिए हमेशा लगभग 500 मरीज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2015 9:57 AM
पूर्णिया: पूर्वोत्तर बिहार का सबसे बड़ा सदर अस्पताल आज भी बेड की कमी का दंश ङोल रहा है. सदर अस्पताल में प्रतिदिन आपातकालीन सेवा में लगभग 100 मरीज एवं ओपीडी में लगभग 1500 मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. यहां उपलब्ध बेडों की संख्या लगभग 300 है, जबकि यहां इलाज के लिए हमेशा लगभग 500 मरीज भरती रहते हैं. ऐसे में यहां भरती मरीजों को वार्डो के बरामदे पर बेड अरेंज कर या फिर फर्श पर इलाज किया जाता है.
बेड का अभाव
आंकड़े स्पष्ट बयां कर रहे हैं कि सदर अस्पताल में बेड की घोर किल्लत है. 323 मरीजों की तुलना में महज 249 बेड उपलब्ध है, जबकि सदर अस्पताल में हर हमेशा 500 बेड उपलब्ध होनी चाहिए. बेड की व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में मरीजों को बरामदे पर बेड अरेंज कर या फिर फर्श पर रह कर ही इलाज कराने की मजबूरी देखने को मिलती है. कभी कभी ऐसी स्थिति भी सामने आती है कि बेड के अभाव में अधकचरे इलाज में ही मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है.
कहते हैं अधिकारी
सदर अस्पताल में अपग्रेडेशन का काम काफी जोर-शोर से हो रहा है. अस्पताल में 500 बेडों की व्यवस्था की जा रही है. लोगों की समस्या शीघ्र ही समाप्त होने की संभावना है.
डॉ एसएन झा, सिविल सजर्न, पूर्णिया

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