बनमनखी . बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल में इस वर्ष सर्पदंश के मरीजों की संख्या काफी अधिक बढ़ी है. आंकड़े के मुताबिक मई माह अस्पताल में सर्पदंश के 19 पीड़ित आये. इसमें आठ पुरुष और 11 महिलाएं शामिल है. जून माह में 23 मामले आये, जिसमें 10 पुरुष, नौ महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं. वहीं जुलाई माह के 15 तारीख तक चार मामले आये हैं. ढाई महीने में कुल 46 मरीज सर्पदंश के शिकार हुए हैं. यह केस पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी अधिक है.अनुमंडलीय अस्पताल प्रभारी डॉ प्रिंस कुमार सुमन ने बताया कि सर्पदंश के मरीज ओझागुनी-झाड़फूंक में काफी समय बर्बाद कर देते हैं. अंतिम समय में मरीजों को लेकर अस्पताल लाया जाता है. लेट होने से मरीजों की जान पर जोखिम रहता है. सर्पदंश के शिकार मरीजों को बिना समय गंवाये नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए, ताकि समय रहते मरीजों का समुचित इलाज हो सके. डॉ प्रिंस कुमार सुमन ने बताया कि जहरीला सर्प के डंसने से मरीज के शरीर में ब्लड सप्लाई करना बंद कर देता है. ब्लड जमने लगता है. ऐसी स्थिति में मरीज को आईसीयू की जरूरत पड़ती है.
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