भैंसा की दबंगई से सांसत में है लोगों की जान

पूर्णिया: जिलेवासियों के लिए ‘दबंगई’ जाना पहचाना शब्द और एहसास रहा है. दबंगई के रास्ते कई लोगों ने बकायदा विधानसभा और लोकसभा तक का सफर तय किया है तो स्थानीय स्तर पर छुटभैये दबंगों की भी कोई कमी नहीं है. लेकिन जिले के कई हिस्सों में आम लोग एक अलग तरह के दबंग से परेशान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2015 9:37 AM
पूर्णिया: जिलेवासियों के लिए ‘दबंगई’ जाना पहचाना शब्द और एहसास रहा है. दबंगई के रास्ते कई लोगों ने बकायदा विधानसभा और लोकसभा तक का सफर तय किया है तो स्थानीय स्तर पर छुटभैये दबंगों की भी कोई कमी नहीं है. लेकिन जिले के कई हिस्सों में आम लोग एक अलग तरह के दबंग से परेशान हैं. इस बार दबंगई आदमी नहीं, बल्कि भैंसा कर रहा है और आम लोगों की जान सांसत में है. खास बात यह है कि यह दबंग किसी क्षेत्र विशेष तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि इनकी दबंगई के सामने भौगोलिक सीमा भी घुटने टेकती है.
दहशत में जी रहे हैं पीड़ित फूल कुमार. बड़हरा कोठी प्रखंड की गौरीपुर पंचायत निवासी फूल कुमार यादव गुरुवार से सदर अस्पताल में इलाजरत हैं और दहशत के साये में जी रहे हैं. उस वाकये को याद कर श्री यादव आज भी सिहर उठते हैं. गुरुवार की सुबह वे मजदूरों के साथ अपने खेत के लिए निकले थे. इसी बीच एक ईंट भट्ठे से निकले दबंग भैंसा ने उन पर हमला बोल दिया. साथ के सभी मजदूर भयवश भाग खड़े हुए. बड़ी मुश्किल से उनकी जान बची और हाथ-पैर तुड़वा कर फिलहाल इलाजरत हैं. पीड़ित श्री यादव के पुत्र अमित ने बताया कि बड़हरा कोठी और रघुवंशनगर में भी कई लोग पूर्व में भैंसा के हमले से बुरी तरह जख्मी हो चुके हैं.
पूर्णिया पूर्व प्रखंड में भी जारी है आतंक. भैंसा की दबंगई से पूर्णिया पूर्व प्रखंड की रजवाड़ा ब्रrापुर पंचायत के किसान परेशान हैं. हाल यह है कि गत एक वर्ष से यहां भैंसा ने आतंक मचा रखा है. अब तक भैंसा के हमले में चार लोग बुरी तरह जख्मी हो चुके हैं. जबकि एक माह पहले घायल शख्स हग्गन राम की मौत हो चुकी है. फसलों की बरबादी तो आम बात है परेशान किसानों ने गुस्से में आकर उक्त भैंसा की छह माह पहले पैर की नस काट डाली थी. हैरानी की बात यह है कि भैंसा ने अपने कटे नस का इलाज पास में बह रही नदी में महीनों बैठ कर खुद किया. चंगा होने के बाद अब फिर उसकी दबंगई जारी है. गांव के किसान मो शारीब कहते हैं ‘हैरत की बात यह है कि जब तक भैंसा कमजोर रहा, खामोश रहा’.
शहरवासी भी रहे हैं दबंगई के शिकार. यह हाल केवल गांव के लोगों का ही नहीं है, बल्कि शहरवासी भी भैंसा की दबंगई से परेशान रहे हैं. बात बीते वर्ष की अक्तूबर माह की है जब शहर में एक दबंग भैंसा आ पहुंचा और लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. दबंग के निशाने पर मॉर्निग वाक करने वाले संभ्रांत लोग थे. भैंसा के हमले में तब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे. खास यह है कि दबंग भैंसा को लग्जरी वाहनों से चिढ़ थी. एक दर्जन से अधिक गाड़ियों को उसने बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था. बाद में नगर निगम की कड़ी मशक्कत के बाद दबंग पर काबू पाया जा सका था.

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