क्लिनिक में हंगामा, तोड़फोड़

पूर्णिया: लाइन बाजार स्थित अल-लतीफ नर्सिग होम में ऑपरेशन के दौरान किडनी निकाले जाने का मामला सामने आया है. इस बात को लेकर मरीज के परिजनों व स्थानीय लोगों ने रविवार को नर्सिग होम में तोड़फोड़ व हंगामा किया. परिजनों ने केहाट सहायक थाने में मामले की शिकायत भी की है. पिछले 30 मई को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 9:50 AM
पूर्णिया: लाइन बाजार स्थित अल-लतीफ नर्सिग होम में ऑपरेशन के दौरान किडनी निकाले जाने का मामला सामने आया है. इस बात को लेकर मरीज के परिजनों व स्थानीय लोगों ने रविवार को नर्सिग होम में तोड़फोड़ व हंगामा किया. परिजनों ने केहाट सहायक थाने में मामले की शिकायत भी की है.

पिछले 30 मई को मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र के पुरैनी गांव निवासी मो शमशुल के हाईड्रोसिल में फुंसी होने की शिकायत पर अस्पताल में भरती हुआ था. डॉक्टर ने शमशुल का ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी मरीज की हालत में सुधार के बावजूद और बिगड़ने लगी. परिजनों ने डॉक्टर से मरीज को रेफर करने की भी गुहार लगायी.

कहते हैं क्लिनिक संचालक
मरीज के पेट की आंत का पूरा मांश सड़ गया था. बहुत बड़ा ऑपरेशन किया गया. उसके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है. बार-बार उनके परिजनों को खून उपलब्ध कराने को कहा गया, लेकिन मरीज अब तक एक बार ब्लड चढ़ाया गया है. ब्लड अगर उसे निरंतर चढ़ता रहता तो डेढ़ माह में मरीज की स्थिति में सुधार हो जाता. ऐसे ऑपरेशन में अधिकांशत: मरीजों की मौत भी हो जाती है, अब तक मरीज जिंदा है, इसका मतलब है कि ऑपरेशन सक्सेसफुल है. मरीज के परिजन न तो ब्लड उपलब्ध करा रहे हैं न ही मरीज को अन्यत्र ले जा रहे हैं. मरीज के परिजन उनकी मौत का इंतजार कर रहे हैं, ताकि मुआवजा पा सकें. किडनी निकालने की बात सरासर गलत है.
डॉ मो आरिफ, संचालक
पौने दो लाख हुआ खर्च, लेकिन सुधार नहीं
शमशुल के पुत्र जियाउर ने बताया कि जिस समय उसने अपने पिता को अल-लतीफ नर्सिग होम में भरती कराया था, उस समय मात्र पंद्रह हजार रुपये में ऑपरेशन करने की बात नर्सिग होम के संचालक डॉ मो आरिफ ने कही थी. एक माह के अंतराल में उस ऑपरेशन के नाम पर पौने दो लाख रुपये डॉक्टर ने ले लिया. जियाउर ने बताया कि पिता की हालत सुधरता नहीं देख रेफर करने का भी निवेदन किया, लेकिन डॉक्टर रेफर करने से मना कर दिया. जियाउर के अनुसार उसके पिता का जांघ से लेकर पूरे पेट को खोला गया है. जियाउर ने आरोप लगाया है कि उसके पिता का किडनी निकाल लिया गया है. जियाउर ने के हाट सहायक थाना में मामले की शिकायत की है. पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा कर मामला को सुलझा लिया.

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