मोगलिया पुरन्दाहा: 200 वर्षों से होती है यहां पूजा
मोगलिया पुरन्दाहा: 200 वर्षों से होती है यहां पूजा धमदाहा. प्रखंड क्षेत्र की मोगलिया पुरन्दाहा पूरब पंचायत अंतर्गत डिपोर्टी गांव स्थित दुर्गा माता स्थान में करीब 200 वर्षों से अधिक समय से मां भगवती की पूजा भव्य तरीके से होती रही है. पंचायत स्थित माता के मंदिर बारे में स्थानीय बुजुर्ग बताते हैं कि 130 […]
मोगलिया पुरन्दाहा: 200 वर्षों से होती है यहां पूजा धमदाहा. प्रखंड क्षेत्र की मोगलिया पुरन्दाहा पूरब पंचायत अंतर्गत डिपोर्टी गांव स्थित दुर्गा माता स्थान में करीब 200 वर्षों से अधिक समय से मां भगवती की पूजा भव्य तरीके से होती रही है. पंचायत स्थित माता के मंदिर बारे में स्थानीय बुजुर्ग बताते हैं कि 130 वर्ष पूर्व डिपोर्टी पुरन्दाहा से एक किलोमीटर के दूरी पर दुर्गा पट्टी है, जहां पहले भगवती की पूजा की जाती थी. वहां दसवीं में बड़ी धूमधाम से पूजा-अर्चना की जाती थी. पहली पूजा से लेकर दसवीं तक बलि दी जाती थी. 1893 ई में अंगरेजों ने दसवीं पूजा में व्यवधान डाला और मंदिर के पुजारी को सलाखों में बंद कर दिया गया. लेकिन दुर्गा की कृपा से पुजारी सलाखों से आजाद हो गया. इसके बाद अंगरेजों ने पुजारी से क्षमा मांगी. पुजारी मनमरन झा के द्वारा विधि विधान से यहां पूजा की जाती है. फोटो: 13 पूर्णिया 1परिचय: दुर्गा मंदिर