पीडीएस : मई माह का राशन-केरोसिन हो गया गुम

पीडीएस : मई माह का राशन-केरोसिन हो गया गुम खास बातें- उठाव के बावजूद जिले में नहीं हुआ मई माह का वितरण- निर्धारित मात्रा से कम राशन देते हैं पीडीएस दुकानदार- बीच-बीच में गायब कर दिया जाता है गरीबों का राशन-केरोसिन—केस स्टडी-एकपूर्व प्रखंड के पूर्णिया सिटी निवासी राजेश कुमार जायसवाल का दर्द है कि वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2015 6:36 PM

पीडीएस : मई माह का राशन-केरोसिन हो गया गुम खास बातें- उठाव के बावजूद जिले में नहीं हुआ मई माह का वितरण- निर्धारित मात्रा से कम राशन देते हैं पीडीएस दुकानदार- बीच-बीच में गायब कर दिया जाता है गरीबों का राशन-केरोसिन—केस स्टडी-एकपूर्व प्रखंड के पूर्णिया सिटी निवासी राजेश कुमार जायसवाल का दर्द है कि वह अपने डीलर के पास मई माह का राशन-केरोसिन के लिए चक्कर लगाते-लगाते थक गये. किंतु उन्हें राशन नहीं दिया गया. पीडीएस दुकान दार द्वारा कहा गया कि मई माह का आवंटन ही नहीं आया है तो वितरण कहां से करेंगे. वह निराश हो कर घर में बैठ गया . केस स्टडी-दोकसबा प्रखंड के आर्यनगर हाट महादलित टोला निवासी गुंजा देवी का कहना है कि वे अंत्योदय योजना के लाभुक हैं. पीडीएस दुकानदार के द्वारा बारह किलो चावल एवं साढ़े सात किलो गेहूं दिया जाता है. किंतु मई माह का राशन केरोसिन अब तक नहीं मिला है. पीडीएस दुकानदार से मांगने पर फटकार लगाकर भगा दिया जाता है. केस स्टडी-तीनअमौर प्रखंड के मच्छहट्टा पंचायत के परसराय निवासी मो अकमल ने बताया कि पीडीएस दुकान दार कब राशन का उठाव करता है,लाभुकों को पता ही नहीं चलता है कि कब खाद्यान्न का वितरण हो गया. जब कभी वितरण भी होता है तो उसकी मात्रा भी निर्धारित से कम होती है. अब तक उनलोगों को मई माह का राशन-केरोसिन नहीं मिला है. पीडीएस दुकानदार से पूछने पर बहाना बाजी करते हैं. केस स्टडी-चार डगरुआ प्रखंड के लसनपुर गांव निवासी सदन ततमा ने बताया कि राशन-केरोसिन मिलने की बात सपना बन कर रह गया है. पीडीएस दुकानदार यदि कभी तीन किलो गेहूं एवं पांच किलो चावल देते हैं तो मानों हम गरीबों पर कोई अहसान कर रहे हो. पूर्णियात्रत्योहारों के मौसम में पीडीएस दुकान से लाभुकों को चालू माह तो दूर की बात रही,मई माह का भी राशन- केरोसिन अब तक नहीं मिला है. जिससे लाभुकों में निराशा के साथ-साथ आक्रोश भी व्याप्त है. गरीबों के निवाले की लूट मची हुई है और अधिकारी खामोश हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या लूट के इस खेल में सबों का मेल है. गरीबों के राशन का होता है अपहरण खाद्य सुरक्षा के लाभुक पीडीएस दुकान दारों के लूट खसोट के शिकार हो रहे हैं. आलम यह है कि जिले के प्राय:सभी प्रखंडों में निर्धारित पैमाने से कम अनाज देने की बात सामने आ रही है. जिले के कसबा प्रखंड में साढ़े चार किलो से चार किलो, अमौर में चार किलो, बायसी में चार किलो अनाज देने की परंपरा बनी हुई है. इसके अलावा जिले के पीडीएस दुकानदारों द्वारा बीच-बीच का राशन एवं किरासन का अपहरण भी कर लिया जाता है. नहीं मिला मई माह का अनाज जिले के लगभग सभी प्रखंडों में मई माह का आवंटन पीडीएस दुकानदारों को उपलब्ध करा दिया गया है. किंतु कई स्थानों से लगातार शिकायत मिल रही है कि ग्राहकों के बीच मई माह का राशन केरोसिन का वितरण नहीं किया जा रहा है. गौरतलब है कि मई माह का अनाज पूर्णिया में आये प्रलयंकारी तूफान पीडि़तों के बीच वितरण कर दिया गया था. इसके बाद हाल के दिनों में लाभुकों के लिए विभाग के द्वारा विशेष आवंटन भेजा गया, जो लाभुकों को नहीं मिलने की बात बतायी जा रही है. ऐसा मामला कसबा, बायसी, अमौर और पूर्णिया पूर्व प्रखंड में देखने को मिल रहा है, जो जांच का विषय है. कहते हैं अधिकारीपीडीएस दुकानों की मोनिटरिंग संबंधित अनुमंडल के अनुमंडलाधिकारी करते हैं. अब तक ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है. यदि शिकायत मिलती है तो कार्रवाई पर विचार किया जायेगा. अजय ठाकुर, जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी, पूर्णिया फोटो: 17 पूर्णिया 4परिचय: पीडीएस दुकान में राशन लेते ग्राहक

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