मां कात्यायनी की पूजा का शतक रहा है साक्षी पूर्णिया. पूर्णिया सिटी में पिछले 109 वर्षों से मां दक्षिणेश्वर कात्यायनी दुर्गा की पूजा होती है. पूजा आयोजकों का ऐसा मानना है कि मां दक्षिणेश्वर कात्यायनी की पूजा विशेष फलदायी है. इनके पूर्वजों की ओर से मां कात्यायनी की पूजा वर्ष 1906 में प्रारंभ की गयी थी, जो आज भी जारी है. गौरतलब है कि वर्ष 1906 में पूर्णिया सिटी के राजा पृथ्वीचंद लाल ने अपने राज दरबार के सामने मां दक्षिणेश्वर कात्यायनी दुर्गा की पूजा प्रारंभ की थी. तब अंगरेज भी यहां पूजा में शामिल होते थे. यह परंपरा आज भी राजा पी सी लाल के सगे-संबंधियों के वंशजों की ओर से आयोजित की जाती है. हालांकि न तो वह साजो सज्जा न ही वैसा आयोजन होता है. लेकिन राजा पृथ्वी चंदलाल की ओर से जारी परंपरा-पूजा आज भी सिटी में जीवंत है. उपलब्ध जानकारी के अनुसार वर्ष 1965 में राजा पृथ्वीचंद लाल के स्वर्गवास के बाद उनके पुत्र विक्टर चंद लाल तथा द्वितीय पुत्र विष्णु चंद लाल की ओर से पूजा जारी रहा. तदुपरांत उनके सगे संबंधियों की ओर से आज भी यह परंपरा जारी है. कई मान्यताएं और किंवदंतियां सिटी निवासी राजा पीसी लाल के वंशज राजेश जायसवाल की मानें तो मां कात्यायनी ने 1906 में तत्कालीन राजा पृथ्वीचंद लाल को स्वप्न में आकर पूजा का आयोजन करने का आदेश दिया था. जिसके बाद राजा साहब ने मंदिर का निर्माण करा कर यहां मां दक्षिणेश्वर काली मां का भव्य पूजा आयोजित की थी. इन लोगों का ऐसा मानना है कि मां दक्षिणेश्वर कात्यायनी मां के पूजन से मन्नतें पूरी होती है. नवरात्र में प्रतिमा बना कर होती है पूजा वैसे तो इस मंदिर में सालों भर पिंड की पूजा होती है. लेकिन नवरात्र के दिनों में मां की प्रतिमा का निर्माण कर दस दिनों तक देवी के सभी स्वरूप की पूजा होती है. इस दौरान मां कात्यायनी के पूजा के दिन विशेष पूजा का आयोजन होता है जिसमें राजा साहब के रिश्ते-नातेदारों की भीड़ सर्वाधिक होती है.फोटो: 19 पूर्णिया 9परिचय-मां कात्यायनी मंदिर
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मां कात्यायनी की पूजा का शतक रहा है साक्षी
मां कात्यायनी की पूजा का शतक रहा है साक्षी पूर्णिया. पूर्णिया सिटी में पिछले 109 वर्षों से मां दक्षिणेश्वर कात्यायनी दुर्गा की पूजा होती है. पूजा आयोजकों का ऐसा मानना है कि मां दक्षिणेश्वर कात्यायनी की पूजा विशेष फलदायी है. इनके पूर्वजों की ओर से मां कात्यायनी की पूजा वर्ष 1906 में प्रारंभ की गयी […]
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