वोटर ओपेनियन : जनता के बीच रहने वाला ही होगा मत का अधिकारी
वोटर ओपेनियन : जनता के बीच रहने वाला ही होगा मत का अधिकारी पूर्णिया. लोकतंत्र के बज रहे नगाड़े के बीच भी एक अलग तरह का सन्नाटा पसरा है. वोटरों की जुबां खामोश है, लेकिन जब बात चुनाव की होती है तो बहुत सारी बातें उभर कर सामने आती हैं. अपने मतदान को लेकर मतदाता […]
वोटर ओपेनियन : जनता के बीच रहने वाला ही होगा मत का अधिकारी पूर्णिया. लोकतंत्र के बज रहे नगाड़े के बीच भी एक अलग तरह का सन्नाटा पसरा है. वोटरों की जुबां खामोश है, लेकिन जब बात चुनाव की होती है तो बहुत सारी बातें उभर कर सामने आती हैं. अपने मतदान को लेकर मतदाता सजग है और नजरें सही प्रतिनिधि की तलाश में है. लोगों की अपनी-अपनी राय है. कोई मूलभूत समस्या से निजात के लिए जुझारू, तो कोई समस्याओं से तंग नोटा दबा कर मतदान की बात कह रहा है. लेकिन युवा एवं अधिकांश वोटरों का मानना है कि आसानी से जनता के बीच मौजूद रहने वाला स्वच्छ छवि एवं मृदुभाषी स्वभाव का व्यक्ति ही हमारा प्रतिनिधि होगा. बोले मतदाता1. सुजीत घोष का कहना है कि वैसा व्यक्ति हम चुनेंगे जो गरीबों के बीच आसानी से उपलब्ध रहे. गली, मुहल्लों एवं शहर में मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराये. सुजीत का कहना है कि जल-निकासी नाला, सड़क एवं पेयजल की विकराल समस्या है. जीतने के बाद लोग मुकर जाते हैं इसलिए इस बार सोच समझ कर वोट करेंगे. 2. उमेश ठाकुर कहते हैं कि विकास की बातें सभी करते हैं लेकिन मतदान तक ही. जीत-हार के बाद कोई नहीं सुनता है. न आम आदमी का सुनने वाला कोई मिलता है न ही समस्याओं का निदान होता है. वर्षों से नाली जल निकासी की समस्या यथावत है. जो कर्मठ और आम जन की समस्याओं के लिए लड़ने वाला होगा उसी को वोट करेंगे. 3. सेवानिवृत्त फौजी हरिनंदन चौधरी कहते हैं कि इस बार वे नोटा का प्रयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि कोई भी प्रत्याशी जन समस्या तथा शहर के विकास के लिए संजीदा नहीं दिख रहा है. गरीबों के बीच जाकर उनकी समस्या तथा शहर के विकास के लिए लड़ने वाला प्रतिनिधि जब नजर ही नहीं आ रहा तो नोटा का प्रयोग मजबूरी है. 4. पेशे से किराना दुकानदार गणेश केसरी कहते हैं कि आज भी हम लौह युक्त पानी पीते हैं. सड़कें टूटी है. जिनसे उम्मीदें लगती है, पूरी नहीं होती और मन में टीस उभरता है. लेकिन वोट तो देना है. अभी सोचा नहीं है लेकिन समाज में जो राय और विचार बनेगा उस पर सोच विचार कर मतदान करेंगे. 5. युवा वोटर नितेश साह का कहना है कि जमीन एवं जनता से जुड़ा हुआ नेता ही प्रतिनिधि चुना जाना चाहिए. हवा-हवाई लोगों को आम आदमी का दर्द पता नहीं होता. लोगों को रोजगार, सड़क, बिजली, पानी, शौचालय की सुविधा के साथ स्वच्छ एवं पारदर्शी नेतृत्व क्षमता का प्रतिनिधि चाहिए. 6. प्रदीप कुमार पहली बार वोट करेंगे. मतदान को लेकर थोड़े ज्यादा उत्साहित हैं, लेकिन ये सभी अपना प्रतिनिधि चुनने को लेकर संजीदा हैं. प्रदीप का कहना है कि विकास के लिए प्रगतिशील, ऊर्जावान तथा जनता के बीच उपलब्ध रहने वाला नेता चुनेंगे, जो हमारा शहर सजाने का काम करे. फोटो: 25 पूर्णिया 6-गणेश केसरी 7-नितेश साह 8-प्रदीप कुमार 9-सुजीत घोष 10-उमेश ठाकुर