त्योहार से पूर्व बिकने लगा नकली खोवा

त्योहार से पूर्व बिकने लगा नकली खोवा प्रतिनिधि, कसबादीपावली का त्योहार सामने है. इसमें मिठाई की बिक्री अधिक होती है. इसको लेकर अभी से मिलावट का धंधा तेज हो गया है. मिठाई दुकानदार दुकानों में मानक विहीन खोवा जमा करने लगे हैं. विभाग पिछले वर्षों की अपेक्षा मिलावट के धंधेबाजों पर अंकुश लगाने में विफल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2015 7:23 PM

त्योहार से पूर्व बिकने लगा नकली खोवा प्रतिनिधि, कसबादीपावली का त्योहार सामने है. इसमें मिठाई की बिक्री अधिक होती है. इसको लेकर अभी से मिलावट का धंधा तेज हो गया है. मिठाई दुकानदार दुकानों में मानक विहीन खोवा जमा करने लगे हैं. विभाग पिछले वर्षों की अपेक्षा मिलावट के धंधेबाजों पर अंकुश लगाने में विफल हो रहा है. लिहाजा लोगों के सेहत के साथ खिलवाड़ होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.कई शहरों से लाया जाता है नकली खोवा शहर में नकली खोवा निकट के शहर कटिहार, पूर्णिया, पश्चिम बंगाल के रायगंज, दालकोला आदि जगहों से आता है. इससे कई किस्म की मिठाई बनायी जाती है. सबसे बड़ी बात है कि बनी मिठाई कई दिनों तक देखने और खाने में अच्छी तो लगती है, लेकिन सेहत के लिए यह पूरी तरह खतरनाक साबित होती है. दरअसल दीपावली के अवसर पर मिठाईयों की अधिक मांग होती है. इस मांग की पूर्ति करने में स्थानीय बाजार विफल रहता है. घटिया किस्म का खोवा कम दाम पर उपलब्ध हो जाता है. कम लागत और अधिक फायदे की वजह से यह कारोबार फल-फूल रहा है. सेहत के लिए है हानिकारकचिकित्सकों के अनुसार नकली एवं कृत्रिम खोवा से बनी मिठाई सेहत के लिए मीठा जहर का काम करती है. इसका उपयोग हमारे सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. इस प्रकार की मिठाई से हाजमा खराब हो सकता है. मिलावटी सामान पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है. इससे डायरिया, उलटी, दस्त जैसी बीमारी होना आम बात है. मिठाई में मिलाये जानेवाले केमिकल का आंखों पर भी बुरा असर पड़ सकता है. इसका असर त्वचा पर भी पड़ता है. फोटो 29पूर्णिया 6परिचय-मिठाई

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