बिहार का पानी और जवानी बदल सकता है हिंदुस्तान का भाग्य : मोदी
बिहार का पानी और जवानी बदल सकता है हिंदुस्तान का भाग्य : मोदी पंकज भारतीय/प्रशांत चौधरीपूर्णिया. हम विकास के लिए वोट मांग रहे हैं.1.65 लाख करोड़ का पैकेज राज्य की तकदीर बदल सकता है, बस आपका सहयोग चाहिए. बिहार की दो ताकत है, पानी और जवानी. यह दोनों मिल कर न केवल बिहार का बल्कि […]
बिहार का पानी और जवानी बदल सकता है हिंदुस्तान का भाग्य : मोदी पंकज भारतीय/प्रशांत चौधरीपूर्णिया. हम विकास के लिए वोट मांग रहे हैं.1.65 लाख करोड़ का पैकेज राज्य की तकदीर बदल सकता है, बस आपका सहयोग चाहिए. बिहार की दो ताकत है, पानी और जवानी. यह दोनों मिल कर न केवल बिहार का बल्कि हिंदुस्तान का भी भाग्य बदल सकता है. उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित रंगभूमि मैदान में एनडीए गंठबंधन प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार, संतोष गंगवार, पूर्व सांसद उदय सिंह आदि उपस्थित थे.बिहार को बचाने को चाहिए दो-दो इंजन श्री मोदी ने कहा कि स्कूटर कुएं में गिरा हो, तो दो-चार लोग मिल कर निकाल सकते हैं, लेकिन बिहार ऐसे गड्ढे में गिर गया है, जिसे निकालने के लिए दो-दो इंजन की जरूरत होगी. एक इंजन बिहार सरकार की, दूसरी केंद्र सरकार की होगी. पटना और दिल्ली की ताकत लगेगी तो बिहार गड्ढे से बाहर निकल सकेगा. उन्होंने कहा कि आठ नवंबर को नतीजे आयेंगे, अभी छ: दिन बचे हैं, लालू और नीतीश जी आपको जितना खेल खेलना है खेल लें, उसके बाद बिहार दो-दो दिवाली मनायेगी.जंगलराज से बचाने का दिलाया भरोसाश्री मोदी ने जंगलराज की चर्चा करते हुए कहा कि जंगलराज में सबसे अधिक मुसीबतें माता और बहनों को झेलनी पड़ती है. जंगलराज का डर उन्हें सताने लगा है. इसी वजह से वे रैलियों और मतदान केंद्रों तक बड़ी संख्या में पहुंच रही हैं. शांति, सुरक्षा और बच्चों की जिंदगी के लिए वे अच्छी सरकार चाहती हैं. उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि उनके सपने जरूर पूरे होंगे.लालू और नीतीश पर साधा निशाना श्री मोदी ने कहा कि सरकार में बैठे लोगों की जिम्मेवारी जनता को हिसाब देने की होती है. 15 साल लालू प्रसाद ने और 10 साल छोटे भाई ने राज्य में शासन किया. 25 साल कम नहीं होता है. अभी मेरा 25 महीना भी नहीं हुआ है, कि मुझसे हिसाब मांगा जा रहा है. ये 25 साल का हिसाब नहीं दे रहे हैं और आगे क्या करेंगे, वह भी नहीं बताते हैं. पूछते हैं कि मोदी बिहार क्यों आते हैं. आपको क्यों डर लगता है. उन्हें डर है कि कहीं उनका कच्चा चिट्ठा न खोल दूं. मेरी छोड़ो, बिहार का हर बच्चा, माता और बहनें आपसे हिसाब मांग रहे हैं. बिहार ने मुझे आशीर्वाद दिया, इसलिए मैं दिल्ली में बैठा हूं. उन्होंने पूछा कि बिजली, सड़क, शिक्षा, रोजगार, डॉक्टर, दवा, सुरक्षा, चैन की जिंदगी है क्या? वे लोग कुछ भी नहीं दे पाये.नीतीश ने तोड़ा जनता का भरोसा मोदी ने कहा कि चुनावी सभा में नीतीश कुमार ने कभी भी आगे क्या करना है, नहीं बताते हैं. उन्होंने 2010 में कहा था कि घर-घर बिजली नहीं पहुंची, तो 2015 में वोट मांगने नहीं जायेंगे. उन्होंने जनता से पूछा बिजली आयी क्या? वो आ रहे हैं कि नहीं? उन्होंने जनता से वादा तोड़ा, क्या उन पर भरोसा किया जा सकता है? कहा कि नीतीश जी अब बिहार आप पर भरोसा नहीं कर सकता. उस वक्त जंगलराज से बचने के लिए लोगों ने आपकी उंगली पकड़ ली थी. उस वक्त आपके कंधे पर अटल जी के हाथ थे. अब आपको अटल जी का आशीर्वाद प्राप्त नहीं है.कांग्रेस पर साधा निशाना सोनिया गांधी का नाम लेते हुए मोदी ने 02 नवंबर 1984 के दंगे का जिक्र किया. कहा कि अभी भी सिखों के आंसू नहीं पोछे गये हैं, ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में वे लालू और नीतीश को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद देना चाहते हैं. क्योंकि बिना किसी प्रयास के ही राज्य की 40 सीटें भाजपा के खाते में आ गयी, जिस पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है. दरअसल, राज्य में कांग्रेस का कोई वजूद ही नहीं है. बांकी सीटों के लिए बिहार के लोगों को धन्यवाद जिनकी वजह से दो-तिहाई सीटें मिलेंगी.मोदी ने गिनाया एजेंडा श्री मोदी ने कहा कि उनके दिमाग में सिर्फ एक ही बात होती है, विकास. बिहार के लिए उनके पास तीन सूत्री एजेंडा है, पढ़ाई, कमाई और दवाई. बिहार में शिक्षा की हालत खराब है. यहां के लोग अपनी जमीन गिरवी रख कर बच्चों को बाहर पढ़ाते हैं. अच्छी पढ़ाई और सस्ती पढ़ाई होनी चाहिए. रोजगार के लिए यहां पलायन होता है. ऐसे में यहां कमाई की जरूरत है. इसके अलावा दवाखाना चाहिए और डॉक्टर भी चाहिए. अच्छे जीवन के लिए बिजली, पानी और सड़क भी चाहिए. कहा कि 24 घंटे बिजली के लिए वे 225 करोड़ रुपये दे चुके हैं. एनएच 107 के लिए 01 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. चूनापुर हवाई अड्डा के विकास के लिए 150 करोड़ रुपये आवंटित कर दिये गये हैं. सड़कों का जाल बिछाया जायेगा. इसके लिए आप सब का सहयोग चाहिए.अहां सबके स्वागत करै छीपूर्णिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत मैथिली भाषा में की. भारत माता की जय के दो बार नारे लगाने के बाद श्री मोदी ने मैथिली में कहा ‘पूर्णिया के पावन धरती क नमन करै छी, अहां सबके स्वागत करै छी’. फिर भीड़ की ओर मुखातिब हो कर कहा कि यह मैदान भी छोटा पड़ गया है. पूर्णिया में इससे बड़ा मैदान है नहीं, जायें तो जायें कहां. श्री मोदी ने कहा कि आपका प्यार मेरे सिर आंखों पर है. इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने आये, इससे बड़ा मेरे जीवन का सौभाग्य नहीं हो सकता. कहा कि मैं लोकसभा चुनाव के समय भी आया था, लगता है कि लोकसभा चुनाव की कसर इस बार पूरी हो जायेगी. मोदी ने कहा कि खास कर वे माताओं एवं बहनों को प्रणाम करते हैं, जो इतनी बड़ी संख्या में आये हैं. लोगों के लिए भी यह आश्चर्य का विषय है.प्रधानमंत्री का हुआ गर्मजोशी से स्वागतपूर्णिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11:41 बजे रंगभूमि मैदान स्थित सभा मंच पर पहुंचे. हेलीपैड पर उनकी अगुवानी केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार व पूर्व सांसद उदय सिंह ने की. नीली जैकेट पहने श्री मोदी ने सबसे पहले हाथ हिला कर लोगों का अभिवादन किया. मंच पर उपस्थित नेताओं ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया. एनडीए के सभी प्रत्याशियों ने भी बुके देकर उनका अभिवादन किया. पूर्व सांसद उदय सिंह ने प्रतीक चिह्न के रूप में मां पूरण देवी की तसवीर श्री मोदी को भेंट की. पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल रंजन वर्मा ने उन्हें शॉल देकर सम्मानित किया. इसके अलावा भारी-भरकम माला पहना कर भी उनका स्वागत किया. मंच संचालन जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल रंजन वर्मा कर रहे थे.