कुशल चुनाव प्रबंधन और रणनीति की हुई जीत

कुशल चुनाव प्रबंधन और रणनीति की हुई जीत पूर्णिया. राजद-जदयू-कांग्रेस महागंठबंधन की शानदार सफलता कुशल चुनाव प्रबंधन और रणनीति की जीत है. प्रभात खबर ने चुनाव परिणाम पर बुद्धिजीवियों की राय की श्रृंखला में जब अधिवक्ताओं से बातचीत की तो कुछ इस तरह की बातें सामने आयी. अधिवक्ताओं की राय थी कि जुमलेबाजी और कोरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2015 7:20 PM

कुशल चुनाव प्रबंधन और रणनीति की हुई जीत पूर्णिया. राजद-जदयू-कांग्रेस महागंठबंधन की शानदार सफलता कुशल चुनाव प्रबंधन और रणनीति की जीत है. प्रभात खबर ने चुनाव परिणाम पर बुद्धिजीवियों की राय की श्रृंखला में जब अधिवक्ताओं से बातचीत की तो कुछ इस तरह की बातें सामने आयी. अधिवक्ताओं की राय थी कि जुमलेबाजी और कोरे आश्वासन से अब चुनाव नहीं जीते जा सकते हैं. मतदाता काम को पैमाना बनाते हैं और उसी अनुसार अपना निर्णय भी देते हैं. 1. अधिवक्ता सुदीप राय के अनुसार एनडीए गंठबंधन की हार की सबसे बड़ी वजह धार्मिक आधार पर बयानबाजी और महागंठबंधन के नेताओं को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाना रहा. इसके अलावा केंद्र में एनडीए के डेढ़ वर्षों के कार्यकाल से भी लोगों में निराशा थी. रही-सही कसर हाल के दिनों में बढ़ी महंगाई खासकर प्याज और दाल ने पूरी कर दी. 2. वरीय अधिवक्ता राजीव शरण ने कहा कि बिहार में मोदी सरकार के विरुद्ध जनादेश इस तथ्य का परिचायक है कि केंद्र से बिहार की विकास का कोई ठोस रोडमैप केंद्रीय नेतृत्व की ओर से प्रस्तावित नहीं किया गया. इसके अलावा एनडीए ने यह चुनाव नारों एवं बयानों से जीतने का प्रयास किया. कहा कि नीतीश सरकार के अच्छे शासन का स्वाद जनता चख चुकी थी और लालू के क्रियाकलापों को कालांतर में जनता भूल चुकी है. जिससे महागंठबंधन को जीत मिली. 3. वरीय अधिवक्ता जेएन अंबष्टा ने कहा कि महागंठबंधन ने शानदार जीत के पीछे महागंठबंधन का कुशल चुनाव प्रबंधन है. कहा कि इसके अलावा महागंठबंधन ने भाजपा के वादों जिसमें महंगाई एवं कालाधन के मुद्दे को भी उठाया, जो जीत का कारण बना. कहा कि महागंठबंधन की जीत से यह स्पष्ट हो गया कि चुनाव धर्म के नाम पर नहीं जीता जा सकता है. 4. पूर्व सचिव राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने कहा कि महीनों भर से चल रही चुनाव प्रक्रिया जिस पर नीतीश कुमार के द्वारा एक अच्छी सोच, एक अच्छी रणनीति के अनुसार चली जो जीत का कारण बना. कहा कि भाजपा के सांसदों के द्वारा जिस प्रकार की बयानबाजी की जा रही थी, वह भी लोगों के लिए गुस्से का कारण बना. इसके अलावा महंगाई भी हार का एक बड़ा कारण बना. फोटो:-09 पूर्णिया 09 से 13(10 नंबर छोड़ कर)परिचय:- 09- सुदीप राय11- राजीव शरण12- जेएन अंबष्टा13- राजेंद्र प्रसाद चौधरी

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