समाज में पत्रकारिता की भूमिका महत्वपूर्ण: डीएम

पूर्णिया : पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने और प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए 16 नवंबर 1966 को भारतीय प्रेस परिषद ने विधिवत कार्य आरंभ किया था. समाज में पत्रकारिता की अहम भूमिका है. जिसका अभिन्न अंग स्वतंत्रता और जिम्मेवारी है. उक्त बातें डीएम बाला मुरूगन डी ने सोमवार को समाहरणालय सभा भवन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2015 8:30 PM

पूर्णिया : पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने और प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए 16 नवंबर 1966 को भारतीय प्रेस परिषद ने विधिवत कार्य आरंभ किया था. समाज में पत्रकारिता की अहम भूमिका है. जिसका अभिन्न अंग स्वतंत्रता और जिम्मेवारी है. उक्त बातें डीएम बाला मुरूगन डी ने सोमवार को समाहरणालय सभा भवन में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही. इस अवसर पर ‘

विचारों की अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में कार्टून एवं व्यंग्यचित्रों का प्रभाव व महत्व ‘ विषय पर परिचर्चा का भी आयोजन किया गया. डीएम बाला मुरूगन डी कहा कि पत्रकारिता के दौरान पत्रकारों को जिम्मेवारी का एहसास होना चाहिए. नकारात्मक आलोचना से बचना चाहिए. क्योंकि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. आम जनों में पत्रकार और पत्रकारिता के प्रति सकारात्मक भाव है. पत्रकारिता संतुलित और पारदर्शी भी होना चाहिए.

इसके बेहतर परिणाम सामने आते हैं. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की तसवीर बदलने में मीडिया की अहम भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि विचारों की अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में कार्टून एक सशक्त माध्यम है. पत्रकार अनिल तिवारी ने कहा कि मीडिया का दायरा बढ़ा है तो जिम्मेवारी भी बढ़ी है और आधुनिक समय में ही नहीं बल्कि पुराने समय से ही कार्टून और व्यंग्यचित्र अभिव्यक्ति का महत्वपूर्ण माध्यम रहा है. पत्रकार राजेश कुमार शर्मा ने व्यंग्यचित्र और कार्टून की शुरूआत और इतिहास बताते हुए कहा कि कार्टून किसी भी घटना को देखने का एक विशिष्ट नजरिया है, जो पूरी तरह निष्पक्ष होता है.

पत्रकार दीपक शरण वर्मा ने कहा कि जो काम हजार शब्द नहीं कर सकते हैं, वह एक कार्टून या व्यंग्यचित्र पूरा कर सकता है. मो तौसिफ आलम ने कहा कि अल्फाजों पर हमेशा कार्टून भारी साबित होता रहा है. कुमार प्रवीण ने कहा कि कार्टून और व्यंग्य न केवल खबरों का सार है, बल्कि मनोरंजन का भी माध्यम है.

जबकि पूजा मिश्रा ने कहा कि तनाव भरे माहौल में मान लें कार्टून सुकून का एहसास कराता है. जबकि संजय कुमार ने कहा कि कार्टून समाचार का महत्वपूर्ण माध्यम है और लोगों की पसंद भी बनता जा रहा है. इस मौके पर डीडीसी राम शंकर, एडीएम रवींद्र नाथ, डीपीआरओ रवींद्र कुमार के अलावा पत्रकार पंकज भारतीय,मुकेश श्रीवास्तव, मनोज कुमार, अमित कुमार, नियाज अहमद, प्रफुल्ल ओंकार, श्याम नंदन, प्रवीण कुमार, विशाल कुमार, राजीव कुमार, ओमप्रकाश मिश्रा, राकेश कुमार, राजीव कुमार आदि उपस्थित थे. फोटो:- 16 पूर्णिया 24परिचय:- प्रेस दिवस पर परिचर्चा में मौजूद डीएम व अन्य

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