कर्तव्यों का करें पालन, भवष्यि होगा उज्ज्वल : प्रतिकुलपति

कर्तव्यों का करें पालन, भविष्य होगा उज्ज्वल : प्रतिकुलपति प्रतिनिधि, पूर्णिया महिला कॉलेज के शारदा विज्ञान सभागार में गुरुवार को प्राचार्य डा रीता सिन्हा की अध्यक्षता में शिक्षक-अभिभावक मिलन समारोह आयोजित हुआ. मौके पर उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए समाज के हर व्यक्ति को सजग होना होगा. कहा कि देश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2015 7:38 PM

कर्तव्यों का करें पालन, भविष्य होगा उज्ज्वल : प्रतिकुलपति प्रतिनिधि, पूर्णिया महिला कॉलेज के शारदा विज्ञान सभागार में गुरुवार को प्राचार्य डा रीता सिन्हा की अध्यक्षता में शिक्षक-अभिभावक मिलन समारोह आयोजित हुआ. मौके पर उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए समाज के हर व्यक्ति को सजग होना होगा. कहा कि देश का भविष्य छात्रों पर ही निर्भर करता है, वही देश की दशा और दशा का निर्धारण करते हैं. शिक्षा व्यवस्था जितनी बेहतर होगी, देश के विकास में युवाओं का योगदान भी उतना ही बेहतर होगा. उन्होंने अभिभावकों से अपने छात्रों को नियमित रूप से कॉलेज भेजने की अपील की. कहा कि कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य रूप से होना चाहिए. इससे कम उपस्थिति होने पर छात्राओं को परीक्षा में शामिल होने नहीं दिया जायेगा. उन्होंने अभिभावकों को मोबाइल साथ लाने ना दें. प्राचार्य ने कहा कि चरित्र प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए छात्राओं को स्वयं आना होगा, इसके लिए 48 घंटे लगेंगे. उन्होंने किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर उन्हें सूचित करने की अपील की.बीएन मंडल विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा जयप्रकाश नारायण झा ने अभिभावकों को शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सहयोग प्रदान करने की अपील की. कहा कि अध्यापन के प्रति प्राध्यापक व अभिभावक दोनों के कर्तव्य निर्धारित हैं. सभी अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे, तो भविष्य का उज्ज्वल होना तय है. प्रो डा एसएस हैदर ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए कॉलेज प्रबंधन पूरी तरह सजग है, अभिभावकों के सहयोग की आवश्यकता है. अभिभावक भारत भूषण ने कि छात्रों की सफलता में अभिभावकों की अहम भूमिका होती है. कहा कि कॉलेज एक पवित्र संस्थान है और यहां अनैतिक कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. कहा कि बुरे काम का नतीजा बुरा ही होता है और अच्छे का अच्छा, इसलिए बेहतर के लिए प्रयासरत रहने की आवश्यकता है.वही सुप्रिय लाल ने प्रतिदिन 12 किमी की दूरी तय करने के बाद उनकी बेटी कॉलेज पहुंचती है.ऐसे में प्राध्यापकों का कर्तव्य है कि वे उन्हें उचित शिक्षा प्रदान करें. मंच संचालन डा गजाधर यादव ने किया. मौके पर डा बीएन झा, डा फूल कुमार झा, प्रो बच्ची राम, प्रो कुमारी मृदुलता, डा आरएल सिंह, डा तुहिना विजय, डा राजलक्ष्मी, डा ऊषा शरण, सुप्रिया, श्वेता कुमारी, भारती आदि मौजूद थे.

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