भजन के बिना मनुष्य पशु के समान : स्वामी आशीष आनंद

भजन के बिना मनुष्य पशु के समान : स्वामी आशीष आनंद भवानीपुर. भगवान के भजन में ही मनुष्य जीवन की सार्थकता है. बिना भजन के मनुष्य जीवन पशु के समान है. उक्त बातें रविवार को अपने प्रवचन में बाल योगी आशीष आनंद स्वामी ने कही. वे भवानीपुर बलदेव उच्च विद्यालय के क्रीड़ा मैदान में तीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2015 6:40 PM

भजन के बिना मनुष्य पशु के समान : स्वामी आशीष आनंद भवानीपुर. भगवान के भजन में ही मनुष्य जीवन की सार्थकता है. बिना भजन के मनुष्य जीवन पशु के समान है. उक्त बातें रविवार को अपने प्रवचन में बाल योगी आशीष आनंद स्वामी ने कही. वे भवानीपुर बलदेव उच्च विद्यालय के क्रीड़ा मैदान में तीन दिवसीय सत्संग समारोह में प्रवचन दे रहे थे. हजारों श्रद्धालुओं को अपने प्रवचन में उन्होंने कहा कि मनुष्य योनि में जन्म लेकर भगवान का भजन नहीं करने से जीवन व्यर्थ है. उन्होंने कहा कि आत्मा को आत्मा से जाना जाय, यही ब्रह्म है. उन्होंने कहा कि नाम और रूप के बिना किसी को भी नहीं जाना जा सकता, इसलिए अज्ञानी मानव भगवान को आसानी से नहीं जान पाते. इसलिए भगवान के स्वरूप को जानना जरूरी है. आयोजन को सफल बनाने में पूर्व प्राचार्य प्रो उपेंद्र सिंह, घनश्याम यादुका, उमाकांत यादव, भूपेंद्र प्रसाद साह, महेंद्र भगत, धर्मचंद यादव व विंदेश्वरी शर्मा आदि लगे थे.

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