धान अधप्रिाप्ति केंद्र नहीं खुलने से किसान निराश
धान अधिप्राप्ति केंद्र नहीं खुलने से किसान निराश बीकोठी. प्रखंड में धान अधिप्राप्ति केंद्र आरंभ नहीं होने से किसानों में निराश हैं. किसान अपनी उपज को औने-पौने भाव में बेचने को मजबूर हैं. बिचौलिये द्वारा एक हजार से 1050 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदा जा रहा है. गौरतलब है कि अनावृष्टि के कारण खरीफ फसल […]
धान अधिप्राप्ति केंद्र नहीं खुलने से किसान निराश बीकोठी. प्रखंड में धान अधिप्राप्ति केंद्र आरंभ नहीं होने से किसानों में निराश हैं. किसान अपनी उपज को औने-पौने भाव में बेचने को मजबूर हैं. बिचौलिये द्वारा एक हजार से 1050 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदा जा रहा है. गौरतलब है कि अनावृष्टि के कारण खरीफ फसल धान आशानुरूप नहीं हो पाया है. लागत पूंजी का आधा भी किसानों को वापस नहीं मिल पा रहा. वहीं भाव कीकमी के कारण किसान रबी फसल गेहूं, मकई, सूर्यमुखी, राई आदि लगाने में भी आर्थिक परेशानी महसूस कर रहे हैं. किसान चंद्रदेव पासवान, उपेंद्र पासवान, जवाहर शर्मा, ठाकुर शर्मा, बालेश्वर साह, ललन सिंह, चंचल कुमार सिंह आदि ने बताया कि रबी खेती किसान धान की फसल बेच कर ही करते हैं. किसानों ने बताया कि उर्वरक और बीज की कीमत आसमान छू रही है. किसान अपना सारा खरीफ फसल बेच कर भी मकई, गेहूं, सूर्यमुखी फसल नहीं लगा पा रहे हैं. अगर धान की खरीद अधिप्राप्ति केंद्र द्वारा होती, तो किसानों को बोनस का लाभ भी मिलता. भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष हीराचंद ने बताया कि एक तिहाई किसान धान की बिक्री सस्ते दरों में कर रहे हैं. पैक्स का लाभ तो अब सेठ, साहूकारों को ही मिलना तय है.