सेविकाओं को दिया गया प्रमाणपत्र निबंधन का प्रशक्षिण

सेविकाओं को दिया गया प्रमाणपत्र निबंधन का प्रशिक्षण जलालगढ़. जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र के निबंधन तथा महत्ता को लेकर प्रखंड कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में आंगनबाड़ी सेविकाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को समाप्त हुआ. 48-48 का ग्रुप बना कर सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान बीडीओ जगत नारायण मिश्र ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2015 6:41 PM

सेविकाओं को दिया गया प्रमाणपत्र निबंधन का प्रशिक्षण जलालगढ़. जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र के निबंधन तथा महत्ता को लेकर प्रखंड कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में आंगनबाड़ी सेविकाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को समाप्त हुआ. 48-48 का ग्रुप बना कर सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान बीडीओ जगत नारायण मिश्र ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र की काफी उपयोगिता है. कहा कि योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में सेविकाओं को 21 दिन के लिए उप रजिस्ट्रार बनाया गया है. सेविका को संबंधित पोषक क्षेत्र में जन्म-मृत्यु के रजिस्ट्रेशन का कार्य सौंपा गया है. योजना एवं विकास विभाग के तत्वावधान में अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग तथा यूनिसेफ के सहयोग से आंगनबाड़ी सेविका का प्रशिक्षण शिविर आयोजित था. मुख्य प्रशिक्षक अनिल कुमार ने कहा कि जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र की आवश्यकता विद्यालय में नामांकन, वृद्धा पेंशन, जीवन बीमा, ड्राइविंग लाइसेंस, कन्या सुरक्षा योजना, राशन कार्ड, मतदाता प्रमाण पत्र, कबीर अंत्येष्ठी आदि योजनाओं के लाभ के लिए अनिवार्य है. उन्होंने सेविकाओं से अपने दायित्व निर्वहन की अपील की. मृत्यु प्रमाणपत्र का उपयोग पैतृक संपत्ति के दावा निराकरण व साक्ष्य स्वरूप भी किया जाता है. मौके पर प्रखण्ड सांख्यिकी पर्यवेक्षक प्रमोद कुमार सहित प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे. फोटो- 14 पूर्णिया 13परिचय-प्रशिक्षण देते बीडीओ व अन्य

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