बिहारीगंज-बड़हरा मार्ग जर्जर, आवागमन है कठिन

बिहारीगंज-बड़हरा मार्ग जर्जर, आवागमन है कठिन खास बातें-मार्ग की लंबाई है लगभग 17 किलोमीटर -वर्ष 2012-13 में हुआ था सड़क का निर्माण -प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हुआ था निर्माण -सड़क हो चुका है गड्ढे में तब्दील -नहीं हो रहा है निर्माण एजेंसी की ओर से रख-रखाव ——————————बीकोठी. बिहारीगंज और बड़हराकोठी को जोड़नेवाली मुख्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 6:36 PM

बिहारीगंज-बड़हरा मार्ग जर्जर, आवागमन है कठिन खास बातें-मार्ग की लंबाई है लगभग 17 किलोमीटर -वर्ष 2012-13 में हुआ था सड़क का निर्माण -प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हुआ था निर्माण -सड़क हो चुका है गड्ढे में तब्दील -नहीं हो रहा है निर्माण एजेंसी की ओर से रख-रखाव ——————————बीकोठी. बिहारीगंज और बड़हराकोठी को जोड़नेवाली मुख्य सड़क मार्ग जो वाया रघुवंश नगर गुजरती है पूर्णरूपेण जर्जर हो गया है. इसकी लंबाई लगभग 17 किलोमीटर है. सड़क पर बना बड़ा-बड़ा गड्ढा जानलेवा साबित हो रहा है. गौरतलब है कि इस मुख्य सड़क मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं. खास कर इस मार्ग से पटना, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, आलमनगर, सहरसा, मधेपुरा, किशुनगंज, बिहारीगंज, पुरैनी, बखत्यारपुर आदि की सवारी गाड़ी के साथ-साथ मालवाहक गाड़ियां गुजरती है. जर्जर सड़क होने की वजह से छोटी-मोटी दुर्घटनाएं यहां आम बात हो गयी है. वहीं सड़क पर अघोषित रूप से वाहन पर ब्रेक लगा रहता है. इस सड़क पर बमुश्किल 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही चला जा सकता है. इस सड़क पर गाड़ी पंक्चर होना, एक्सल टूटना या गड्ढे में गाड़ी का फंसना जैसे नियति बन चुकी है. वहीं जर्जर सड़क का सबसे अधिक खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है जो अपने उत्पाद लेकर गुलाबबाग मंडी तक जाते हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार इस सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2012-13 में हुआ था. महज दो वर्षों में सड़क का जर्जर होना इस बात का संकेत है कि जरूर निर्माण के दौरान प्राक्कलन के अनुरूप कार्य नहीं किया होगा. विधानसभा चुनाव के दौरान आवागमन की सुविधा के लिए गड्ढे में मिट्टी डाल दी गयी थी जोकि अब परेशानी का सबब बना हुआ है. गाड़ियां जब चलती हैं, तो धूलकण से पूरे सड़क मार्ग में अंधेरा छा जाता है. वहीं यात्री भी इन धूल कणों से परेशान रहते हैं. सबसे अधिक परेशानी तो दोपहिया वाहन चालकों को होता है. इस सड़क की यात्रा गड्ढे में हिचकोले खाते हुए पूरी होती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क जर्जर रहने की वजह से हाल के दिनों में इन सड़कों पर अपराधी में भी वृद्धि हुई है.चर्चा है कि शीघ्र ही बनमनखी-बिहारीगंज रेलमार्ग पर अमान परिवर्तन का कार्य आरंभ होगा. जब रेल बंद हो जायेगी तो एकमात्र सड़क मार्ग ही आवागमन का विकल्प होगा. ऐसे में अगर शीघ्र ही बिहारीगंज-बड़हरा मार्ग की मरम्मती नहीं हुई तो लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि जब संवेदकों को पांच वर्ष तक सड़क के रख-रखाव की देखभाल करनी है तो इस सड़क मार्ग की देखभाल क्यों नहीं हो पा रही है. फोटो: 15 पूर्णिया 1परिचय: जर्जर सड़क

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