डा सुधांशु की 109 वीं जयंती समारोहपूर्वक आयोजित

डा सुधांशु की 109 वीं जयंती समारोहपूर्वक आयोजित पूर्णिया. डा लक्ष्मी नारायण सुधांशु की 109वीं जयंती मंगलवार को कला भवन में समारोहपूर्वक आयोजित की गयी. इस अवसर पर उपस्थित विद्वजनों ने दिवंगत सुधांशु के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गयी. डा सुधांशु के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 8:12 PM

डा सुधांशु की 109 वीं जयंती समारोहपूर्वक आयोजित पूर्णिया. डा लक्ष्मी नारायण सुधांशु की 109वीं जयंती मंगलवार को कला भवन में समारोहपूर्वक आयोजित की गयी. इस अवसर पर उपस्थित विद्वजनों ने दिवंगत सुधांशु के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गयी. डा सुधांशु के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम के प्रारंभ में महिला कॉलेज की छात्राओं ने स्वागत गान की प्रस्तुति की. स्वागत भाषण में कला भवन के मंत्री राम नारायण सिंह ने कहा कि कला भवन डा सुधांशु की देन है. वर्ष 1955 में इसकी स्थापना की गयी थी. मंच संचलन कर रहे डा निशा प्रकाश ने डा सुधांशु की जीवनी का सारांश पढ़कर सुनाया. डा छोटेलाल बहरदार ने कहा कि हिंदी साहित्य जगत में पूर्णिया प्रमंडल में तीन विभूतियों ने प्रसिद्धि प्राप्त की. एक ओर जहां अनूप लाल मंडल और फणीश्वर नाथ रेणु ने कहानी व उपन्यास के क्षेत्र में प्रसिद्धि प्राप्त की, वहीं डा सुधांशु ने हिंदी आलोचना साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया. उन्होंने कहा कि सुधांशु जी अगर राजनीति में नहीं आते तो उनकी गिनती महान समालोचक में होती. 1952 से 56 तक वे अवंतिका पत्रिका के संपादकीय के माध्यम से लिखते रहे. वे लोगों के पत्रों का भी जवाब देते रहे. इन पत्रों का संकलन प्रकाशित किया गया है. कार्यक्रम की अध्यक्षता डा कर्नल परमानंद सिंह ने की. अन्य वक्ताओं में देव नारायण देव, प्रभात कुमार वर्मा, महिला कॉलेज की प्राचार्य डा रीता सिन्हा, डा रामनरेश भक्त, गोपाल चंद्र घोष मंगलम, दिनकर स्नेही, डा अहमद हसन दानिश आदि थे. इस मौके पर जयवर्द्धन सिंह, कुणाल चौधरी, देव आनंद, केडी शरण, किरण सिंह आदि उपस्थित थे. फोटो:- 15 पूर्णिया 08परिचय:- समारोह में उपस्थित अतिथि

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