बंद घर में चोरी, पांच लाख की चपत
बंद घर में चोरी, पांच लाख की चपत प्रतिनिधि, पूर्णियाबंद घरों में चोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार की देर संध्या चोरों ने एक बार फिर बंद घर को निशाना बनाया और आभूषण, नगदी व सामान सहित 05 लाख की चपत लगायी. अब तो चोरों के हौंसले इतने बुलंद हो […]
बंद घर में चोरी, पांच लाख की चपत प्रतिनिधि, पूर्णियाबंद घरों में चोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार की देर संध्या चोरों ने एक बार फिर बंद घर को निशाना बनाया और आभूषण, नगदी व सामान सहित 05 लाख की चपत लगायी. अब तो चोरों के हौंसले इतने बुलंद हो गये हैं कि देर संध्या ही घटना को आसानी से अंजाम दे रहे हैं. चोरी की घटना जयप्रकाश नगर में गृहस्वामी पंचानन प्रसाद के घर उस समय घटी, जब वे परिवार सहित नाती के शादी समारोह में पटना गये हुए थे. घटना मंगलवार को संध्या 06 से 07 बजे के बीच की बतायी जा रही है. पड़ोसियों ने देर संध्या 08 बजे के करीब घर के अंदर बिजली का बल्ब जला देख कर आशंकित हुए तो जाकर देखने पर पता चला कि मुख्य गेट का कुंडी टूटा हुआ है. इस बाबत घटना की सूचना दूरभाष पर गृहस्वामी को दी गयी. बुधवार की सुबह गृहस्वामी जयप्रकाश नगर पहुंच कर घर के अंदर चोरी की घटना का जायजा लिया. दो कमरे के दरवाजे की कुंडी टूटी हुई थी. एक कमरे में रखे अलमीरा से नगद व सभी आभूषण गायब थे. गृहस्वामी श्री प्रसाद ने बताया कि अलमीरा में रखा गया 11 भरी सोने के जेवर, दो किलो से अधिक के चांदी के जेवर, एक लैपटॉप, एक कैमरा एवं 25 हजार रुपये नकद चोरों के हाथ लगे. उन्होंने नकद सहित सामानों का मूल्य लगभग पांच लाख रुपये बताया है. घटना की सूचना मधुबनी टीओपी पुलिस को दी गयी. पुलिस घटना की तहकीकात में जुट गयी है. घर में चोरों का एक छुटा हुआ झोला भी पुलिस ने बरामद किया है. इस घटना से एक दिन पूर्व कोर्ट स्टेशन स्थित केशव कुमार गिरी के बंद घर में चोरी की घटना हुई थी. इसी दिन खजांची स्थित दो बंद घरों को चोरों ने निशाना बनाया और लाखों के आभूषण को उड़ा ले गया. संगठित गिरोह दे रहा है घटना को अंजाम विगत दो वर्षों में शहरी क्षेत्र के सभी मुहल्लों में अधिकांश चोरी की घटना उस समय हुई जब घर के सभी सदस्य घर में मौजूद नहीं रहे. बंद घर का चोरों को तुरंत पता चल जाना किसी संगठित गिरोह के द्वारा ही संभव है. संभवत: गिरोह में ऐसे भी सदस्य हैं, जो बंद घरों का रेकी कर रहे हैं. आशंका जतायी जा रही है कि कवाड़ी वाला अथवा घर के आसपास कचरा चुनने वाले लोग बंद घरों की रेकी कर रहे हैं. घरों में अंधेरा होना या फिर ताला लगा देख कर चोर गिरोह को इसकी सूचना दी जाती है. इसके बाद गिरोह द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया जाता है. खास बात यह है कि हाल के दिनों में जो भी चोरी की घटनाएं हो रही है, उसमें चोर केवल नकदी और जेवरात पर ही हाथ साफ कर रहे हैं. फोटो:- 16 पूर्णिया 04परिचय:- चोरी के बाद अपने घर का जायजा लेते गृहस्वामी.