स्कूलों में पढ़ाई की जगह होती है खानापूर्ति
स्कूलों में पढ़ाई की जगह होती है खानापूर्ति रूपौली. प्रखंड में स्कूली शिक्षा व्यवस्था बदहाल है. स्कूलों का हाल यह है कि बच्चों की पढ़ाई से अधिक शिक्षक दूसरे कामों में व्यस्त रहते हैं. या फिर ठंड के इस मौसम में गुनगुने धूप का आनंद लेना अधिक पसंद करते हैं. मंगलवार को भी प्रखंड के […]
स्कूलों में पढ़ाई की जगह होती है खानापूर्ति रूपौली. प्रखंड में स्कूली शिक्षा व्यवस्था बदहाल है. स्कूलों का हाल यह है कि बच्चों की पढ़ाई से अधिक शिक्षक दूसरे कामों में व्यस्त रहते हैं. या फिर ठंड के इस मौसम में गुनगुने धूप का आनंद लेना अधिक पसंद करते हैं. मंगलवार को भी प्रखंड के कई विद्यालयों में कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली. मध्य विद्यालय छर्रापट्टी में कुल 12 कमरे हैं. लेकिन मंगलवार को वर्ग 08 के छात्रों को छत पर बैठा कर पढ़ाया जा रहा था. जाहिर है कि वर्ग शिक्षक को पढ़ाई से अधिक धूप लगाने की जरूरत महसूस हुई तो छत का रूख किया. विद्यालय में 09 शिक्षक पदस्थापित हैं जबकि 04 ही विद्यालय में मौजूद थे. कुछ ऐसी ही स्थिति प्राथमिक विद्यालय नगरा बासा की थी. 11 बज रहे थे और बच्चे मैदान में बैठे हुए थे, जबकि शिक्षक अभी उपस्थिति ही बना रहे थे. इसी प्रकार प्रखंड के श्रीमता मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक संजय कुमार पंडित द्वारा 10.30 बजे बच्चे के स्कूल के मैदान में बच्चे को बैठा कर पढ़ाई की बजाय पोशाक राशि की उपयोगिता प्रमाण-पत्र बना रहे थे. ग्रामीण सुधीर मंडल, हीरालाल यादव, देवनारायण यादव आदि बताते हैं कि पूर्व में कई बार बदहाल शिक्षा व्यवस्था के बाबत विभाग को आवेदन दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जय राम कुमार ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. फोटो:-29 पूर्णिया 19,20,21परिचय:- विद्यालय में पढ़ रहे बच्चे