अव्यवस्थित है प्रथम वर्गीय पशु चिकत्सिालय
अव्यवस्थित है प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय जलालगढ़. प्रखंड कार्यालय से सटे प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय में अव्यस्था के आलम है. बदहाली का आलम यह है कि यहां पशुओं के लिए महज एक दवा उपलब्ध है. नतीजा है कि पशुपालकों को बाजार से ही दवा क्रय करना पड़ता है. जाहिर है सरकार की योजना का लाभ […]
अव्यवस्थित है प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय जलालगढ़. प्रखंड कार्यालय से सटे प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय में अव्यस्था के आलम है. बदहाली का आलम यह है कि यहां पशुओं के लिए महज एक दवा उपलब्ध है. नतीजा है कि पशुपालकों को बाजार से ही दवा क्रय करना पड़ता है. जाहिर है सरकार की योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है. पशुपालक मनोज कुमार, मो कोनेन मुस्तफा, मंजूर आलम, शिवानंद कुमार, पप्पू विश्वास, मुन्ना कुमार, दिनेश आदि ने बताया पशु अस्पताल में दवा की उपलब्धता नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं पशु चिकित्सालय के लिए निर्मित दो भवनों की हालत काफी खराब हो चुकी है. भवन में कई स्थानों पर दरारें आ गयी हैं. साथ ही फर्श पर भी कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढ़े बन चुके हैं. पशु चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा अब्दुल रशीद ने बताया कि दवा की उपलब्धता जिला से करायी जाती है. फिलहाल अस्पताल में वर्मी की दवा अस्पताल में उपलब्ध है. जिसमें अल्वेंडाजोल और एस्ट्रा वेकटिन की दवा है. शेष दवाओं के लिए भी वरीय पदाधिकारी को लिखा गया है. फोटो: 19 पूर्णिया 7परिचय-पशु अस्पताल