पेशेवर अपराधी बन गया है अवधेश
पूर्णिया : अपराध और अवधेश मंडल के बीच करीब का रिश्ता लगभग दो दशक से रहा है. अपराध की दुनिया में अपने कारनामे से वह हमेशा चर्चित रहा है. 90 के दशक में फैजान गिरोह के सरगना के रूप में नॉर्थ बिहार लिबरेशन आर्मी से उसकी अदावत जगजाहिर रही है. उस दौरान आर्मी का नेतृत्व […]
पूर्णिया : अपराध और अवधेश मंडल के बीच करीब का रिश्ता लगभग दो दशक से रहा है. अपराध की दुनिया में अपने कारनामे से वह हमेशा चर्चित रहा है. 90 के दशक में फैजान गिरोह के सरगना के रूप में नॉर्थ बिहार लिबरेशन आर्मी से उसकी अदावत जगजाहिर रही है. उस दौरान आर्मी का नेतृत्व शंकर सिंह कर रहे थे. बाद के दिनों में शंकर सिंह राजनीति की धारा से जुड़ गये, लेकिन अवधेश मंडल अपने कारगुजारियों की वजह से हमेशा चर्चा का विषय बना रहा.
फैजान गिरोह और लिबरेशन आर्मी का वजूद भले ही अब समाप्त हो गया है, लेकिन उस वक्त जो दोनों पक्ष के बीच वैमनस्यता की लकीर खींची गयी थी, वह आज भी बरकरार है. यह वैमनस्यता अब राजनीति के क्षेत्र में दिखाई देती है. विधानसभा के चुनावी अखाड़े में लगातार अवधेश क पत्नी बीमा भारती और शंकर सिंह के बीच मुकाबला होता रहा. 2016 विधानसभा चुनाव में भी बीमा भारती और शंकर सिंह के बीच मुकाबला हुआ था, जिसमें बीमा भारती विजयी रही.
शायद यही वजह रही कि इस पूरे प्रकरण में दूसरे कोण पर जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता सिंह भी नजर आ रही है, जो शंकर सिंह की पत्नी हैं. अवधेश मंडल द्वारा जिप अध्यक्ष सुनीता सिंह के खिलाफ मरंगा थाना में कांड संख्या 23/16 दर्ज कराया गया है.