प्रति प्रसव पर डा रुपये मांगती है

कसबा : हुजूर! प्रति प्रसव पर आयुष डॉक्टर चार सौ रुपये की मांग करती है. धमकी भी देती है कि रुपये नहीं दोगी तो अस्पताल में हुए सभी प्रसव को फरजी घोषित कर दूंगी. यह वेदना है कसबा प्रखंड के सब्दलपुर पंचायत के आशा कर्मियों की. डॉक्टर के रवैये से परेशान आशा कर्मियों ने डीएम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2016 7:36 AM
कसबा : हुजूर! प्रति प्रसव पर आयुष डॉक्टर चार सौ रुपये की मांग करती है. धमकी भी देती है कि रुपये नहीं दोगी तो अस्पताल में हुए सभी प्रसव को फरजी घोषित कर दूंगी. यह वेदना है कसबा प्रखंड के सब्दलपुर पंचायत के आशा कर्मियों की. डॉक्टर के रवैये से परेशान आशा कर्मियों ने डीएम व सिविल सर्जन को अपनी व्यथा बतायी.
प्रखंड के सब्दलपुर एपीएचसी में पदस्थापित आयुष चिकित्सक विभा कुमारी के तुगलकी फरमान के विरुद्ध वहां के तमाम ग्रामीण व आशा कर्मी गोलबंद हो गये हैं.
ग्रामीणों और आशाकर्मियों ने डीएम व सिविल सर्जन को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है. कई आशाओं ने डीएम को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि आयुष डॉक्टर विभा कुमारी प्रति प्रसव प्रति आशाओं से तीन सौ से चार सौ रुपये की मांग करती है. साथ ही उसकी गैर हाजिरी में होने वाले सभी प्रसव को गलत करार देने की धमकी देती है.आशाओं का आरोप है कि रुपये देने में आना कानी करने पर चेक व प्रसव पंजी पर हस्ताक्षर से कतराती है.
ग्रामीणों ने अपने पत्र कहा है कि दो तीन माह पूर्व स्थानीय ग्रामीणों ने अस्पताल की व्यवस्था से संबंधित शिकायत डीएम से दुरभाष पर की थी. इस मामले में सीओ व इंदिरा आवास प्रवेक्षक जांच के लिए आया था. जिसमें एपीएचसी बंद पाया गया था.
सब्दलपुर के स्थानीय ग्रामीण व आशाओं ने डीएम से मांग की है कि मामले की जांच करा कर डॉक्टर से मुक्त करायें. डीएम को पत्र लिखने वालों में अस्पताल के आशा किरण देवी, गीता देवी व ग्रामीणों में मिथिलेश प्रसाद , राजेश कुमार, संजीव प्रसाद, राजीव रंजन प्रसाद सहित कुल 34 ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं. इस बाबत एपीएचसी प्रभारी डा विभा कुमारी ने बताया कि कुछ स्थानीय ग्रामीण व कुछ कर्मी के परिजन राजनीति कर फंसाने की साजिश रच रहे हैं.

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