…तो बदल जायेगा पूर्णिया का भूगोल

उम्मीद. मास्टर प्लान सरकार को सुपुर्द 1864 के बाद छठी बार फिर पूर्णिया शहर का भूगोल बदलेगा. शहर के विस्तार के साथ इसकी सूरत भी बदल जायेगा. पिछले कई महीनों से शहर के विस्तार की रूपरेखा को लेकर जारी कवायद खत्म होने के साथ तैयार मास्टर प्लान निगम ने जिला कलेक्टर के सहमति के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2016 7:37 AM
उम्मीद. मास्टर प्लान सरकार को सुपुर्द
1864 के बाद छठी बार फिर पूर्णिया शहर का भूगोल बदलेगा. शहर के विस्तार के साथ इसकी सूरत भी बदल जायेगा. पिछले कई महीनों से शहर के विस्तार की रूपरेखा को लेकर जारी कवायद खत्म होने के साथ तैयार मास्टर प्लान निगम ने जिला कलेक्टर के सहमति के साथ सरकार को सुपुर्द कर दिया है.
पूर्णिया : विभागीय सहमति के बाद अब तक महज 93 वर्ग किमी में फैला पूर्णिया का शहरी इलाका विस्तार के साथ 629.37 वर्ग किमी का हो जायेगा. दरअसल यह मास्टर प्लान सरकार के नगर विकास व आवास विभाग के पत्रांक संख्या 11 मास्टर प्लान 9/2013 के आलोक में बनाया गया है.
जिसमें शहरी इलाकों के आसपास के इलाकों के साथ कसबा, केनगर, श्रीनगर एवं पूर्णिया पूर्व के कई राजस्व ग्रामों को भी समाहित किया गया है.
नगर विकास एवं आवास विभाग को प्रेषित मास्टर प्लान के मुताबिक पूर्णिया जिला भारत वर्ष का पहला और प्राचीन जिला है. यहां प्रमंडलीय मुख्यालय एवं प्रशासनिक मुख्यालय है.
राज्य का राजधानी पटना, पड़ोसी देश नेपाल, किशनगंज के रास्ते असम, बंगाल व कोसी-बराज के साथ-साथ इस्ट-वेस्ट कोरिडोर का गेटवे भी यहीं से एनएच 57 एवं 31 से होकर गुजरता है. अलबत्ता इसका विस्तार और विकास आवश्यक है. फलस्वरूप शहरी विकास आयोजन तथा विकास नियमावली 2014 के नियम 09(अधिनियम की धारा 9) के तहत विस्तार आवश्यक है.

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