स्वर्ण व्यवसायियों की मांगें जायज : सांसद

सांसद ने कहा, एक्साइज ड्यूटी के विरुद्ध सदन में इस मुद्दे को उठाया जायेगा पूर्णिया : स्वर्ण व्यवसायियों की हड़ताल जायज है. स्वर्ण आभूषण पर केंद्र सरकार द्वारा लगाये गये एक्साइज ड्यूटी के विरुद्ध संसद के अगले सत्र में सदन में इस मुद्दे को उठाया जायेगा. उक्त बातें सांसद संतोष कुशवाहा ने रविवार को कही. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2016 12:42 AM

सांसद ने कहा, एक्साइज ड्यूटी के विरुद्ध सदन में इस मुद्दे को उठाया जायेगा

पूर्णिया : स्वर्ण व्यवसायियों की हड़ताल जायज है. स्वर्ण आभूषण पर केंद्र सरकार द्वारा लगाये गये एक्साइज ड्यूटी के विरुद्ध संसद के अगले सत्र में सदन में इस मुद्दे को उठाया जायेगा. उक्त बातें सांसद संतोष कुशवाहा ने रविवार को कही. वे स्वर्ण व्यवसायी व कारीगरों को झंडा चौक स्थित धरना स्थल पर संबोधित कर रहे थे,
जहां स्वर्ण व्यवसायी भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं.
श्री कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से वादा किया था कि एनडीए की सरकार बनने के 100 वें दिन के अंदर विदेशों में रखा काला धन वापस लायेंगे, जो झूठा साबित हुआ. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार मुट्ठी भर लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए लाखों स्वर्ण व्यवसायी व इस व्यवसाय से जुड़े कारीगरों के पेट में लात मारने का काम किया है.
श्री कुशवाहा ने कहा कि स्वर्ण व्यवसाय पर एक्साइज ड्यूटी लगा कर सरकार देश में इंस्पेक्टर राज कायम करना चाहती है. उन्होंने व्यवसायियों से तत्काल हड़ताल समाप्त कर देने का निवेदन कर यह भरोसा दिलाया कि संसद में वे इन मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे. परंतु व्यवसायियों ने एक स्वर में कहा कि जब तक एक्साइज ड्यूटी नहीं वापस लिया जायेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. मंच संचालन कर रहे जिला स्वर्ण व्यवसायी संघ के संरक्षक अरविंद कुमार भोला ने कहा कि 31 दिनों से जारी हड़ताल से जिले के 1.75 लाख लोग प्रभावित हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस व्यवसाय से जुड़े सैकड़ों कारीगरों की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. यहां तक कि इनके परिवार ने इस बार होली पर्व नहीं मनाया. उन्होंने सांसद से व्यवसायियों की मांगों को गंभीरतापूर्वक केंद्र में उठाने का आग्रह किया. गौरतलब है कि वर्ष 1962 में तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री मोरारजी देसाई ने गोल्ड कंट्रोल एक्ट लगाया, जिसे वर्ष 1990 में तत्कालीन वित्त मंत्री मधु दंडवते द्वारा समाप्त कर दिया गया.
2012 में कांग्रेस ने इस एक्ट को पुन: लाने की कोशिश की, परंतु बीजेपी के कद्दावर नेताओं के विरोध व व्यवसायियों के 24 दिनों तक देशव्यापी हड़ताल को देखते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने एक्साइज ड्यूटी हटा लिया था. इससे पूर्व रविवार की सुबह दर्जनों स्वर्ण व्यवसायी व कारीगरों ने रामबाग स्थित सांसद आवास पहुंच कर उन्हें मांग पत्र सौंपा.
सांसद श्री कुशवाहा ने व्यवसायियों से बातचीत के बाद पुन: भट्ठा बाजार स्थित धरना स्थल पहुंचे. इस दौरान व्यवसायियों ने भाजपा मुर्दाबाद के नारे भी लगाये. इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि जवाहर यादव, जदयू नगर अध्यक्ष नीलू सिंह पटेल, सिंहेश्वर मेहता, सतीश साह, पंकज साह, दिनेश दास, संघ के संरक्षक प्रह्लाद कुमार, सचिव मनोज गुप्ता, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार साह, माणिक कर्मकार, गोविंद, सोनी, रामचंद्र शिंदे, मनोज कर्मकार, अशोक वर्मा, राजू साह, संजय केसरी, सुमित कुमार आदि दर्जनों व्यवसायी व कारीगर मौजूद थे.

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