सड़क पर उतरे स्वर्ण व्यवसायी, तीन घंटे ठप रहा एनएच प्रतिनिधि4पूर्णिया उत्पाद शुल्क के विरोध में जारी स्वर्ण व्यवसायियों और कारीगरों का आंदोलन बुधवार को शहर के चौराहे और बाजारों से निकल कर हाइवे पर पहुंच गया. आंदोलन कारियों के तेवर तल्ख दिखे. पहले केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाये और वित्त मंत्री को कोसा तथा फिर राष्ट्रीय राजपथ को जाम कर यातायात ठप कर दिया. करीब तीन घंटे तक राष्ट्रीय राज मार्ग के एन एच 31 और एन एच 57 पर यातायात ठप रहा. माल वाहक वाहनों की लंबी कतार चारों दिशाओं में लग गयी. हालांकि आंदोलन कारियों ने आम आदमी के आवश्यक जरूरतों का ख्याल रखा और छात्रों, मरीजों एवं जरूरत मंद लोगों को आवागमन की छूट दी गयी. इस दौरान आंदोलन कारियों ने जीरो माइल चौराहे पर टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया. सड़क जाम की सूचना के उपरांत सदर थाना अध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज सदल बल मौके पर पहुंचे और आंदोलन कारियों से वार्ता के बाद यातायात को बहाल कराया. तीन घंटे तक एनएच रहा जाम केंद्र सरकार द्वारा स्वर्ण व्यवसाय पर लगाये गये उत्पाद शुल्क के विरुद्ध आंदोलनकारियों द्वारा जीरो माइल चौराहा जाम कर दिये जाने से गुलाबबाग मंडी एवं पूर्णिया से करीब तीन घंटे तक उत्तर पूर्व का इलाका बंगाल और कोसी सीमांचल का इलाका कटा रहा. सड़क जाम से यातायात ठप था और गाड़ियों की लंबी कतार एन एच 57 एवं एनएच 31 पर लगी रही. इस तीन घंटे के दौरान सैकड़ों मालवाहक गाड़ियां रास्ते में ही खड़ी रही मंडी नहीं पहुंची और कारोबार ठप रहा. वहीं यात्रा कर रहे आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. शांतिपूर्ण जताया गया विरोध विरोध का आलम यह था कि स्वर्ण कारोबारियों को आम आदमी का समर्थन भी मिला. पहले मार्च निकाल कर वित्त मंत्री अरुण जेटली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध नारे लगाये गये और एक्साइज टैक्स का विरोध करते हुए स्वर्ण व्यवसायी चौराहे पर धरना पर बैठ गये. दरअसल एक्साइज ड्यूटी के विरुद्ध स्वर्ण कारोबारियों के हड़ताल, विरोध प्रदर्शन, धरना और भूख हड़ताल के बाद अब विरोध तीखा होने लगा है. कारण यह है कि 34 दिनों से जारी हड़ताल की वजह से छोटे व्यवसायियों और कारीगरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. कहा, जारी रहेगा आंदोलन मौके पर मौजूद स्वर्ण व्यवसायी संघ के अध्यक्ष अरविंद कुमार भोला ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और वित्त मंत्री अरुण जेटली देश के चंद बड़े कॉरपोरेट घरानों एवं दर्जन भर ब्रांडेड आभूषण कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए देश के आम जनता पर एक्साइज ड्यूटी का बोझ थोपना चाहती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विकास, रोजगार, महंगाई हटाने एवं व्यापार के रास्ते सरल करने का वायदा देश के लोगों से किया था. लेकिन उन्होंने अच्छे दिन की बजाय इतने बुरे दिन ला दिये कि आज समूचे देश में करोड़ों स्वर्ण कारोबारी, कारीगर, मजदूर भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं. श्री भोला ने बताया कि आम जनता का समर्थन लगातार मिल रहा है. जब तक एक्साइज ड्यूटी पर केंद्र सरकार कोई निर्णायक फैसला नहीं लेती आंदोलन जारी रहेगा. फोटो: 06 पूर्णिया 03 व 04परिचय- 03- प्रदर्शन करते स्वर्ण व्यवसायी 04- हाइवे पर खड़ी मालवाहक गाड़ियां
सड़क पर उतरे स्वर्ण व्यवसायी, तीन घंटे ठप रहा एनएच
सड़क पर उतरे स्वर्ण व्यवसायी, तीन घंटे ठप रहा एनएच प्रतिनिधि4पूर्णिया उत्पाद शुल्क के विरोध में जारी स्वर्ण व्यवसायियों और कारीगरों का आंदोलन बुधवार को शहर के चौराहे और बाजारों से निकल कर हाइवे पर पहुंच गया. आंदोलन कारियों के तेवर तल्ख दिखे. पहले केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाये और वित्त मंत्री को कोसा […]
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