पार्षदों के सगे-संबंधी मार रहे मलाई

नगर निधि योजना. बिना निविदा खुले ही आरंभ कर दिया गया निर्माण कार्य नगर िनगम के तहत वार्डों में नगर नििध योजना के तहत िनर्माण कार्य कराया जाना था, लेकिन िबना िनविदा निकाले ही काम शुरू कर दिया गया. दरअसल यहां पार्षदों के सगे-संबंधी ही योजना के संवेदक हैं. पूर्णिया : आम तौर पर सरकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2016 12:12 AM

नगर निधि योजना. बिना निविदा खुले ही आरंभ कर दिया गया निर्माण कार्य

नगर िनगम के तहत वार्डों में नगर नििध योजना के तहत िनर्माण कार्य कराया जाना था, लेकिन िबना िनविदा निकाले ही काम शुरू कर दिया गया. दरअसल यहां पार्षदों के सगे-संबंधी ही योजना के संवेदक हैं.
पूर्णिया : आम तौर पर सरकारी कार्य में औपचारिकताओं को पूरा करना काफी महत्वपूर्ण माना गया है. लेकिन पूर्णिया में नगर निधि मद की योजनाओं पर इसका कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है. दरअसल नगर निधि के तहत कुल 101 योजनाओं के निविदा की प्रक्रिया फिलहाल पूरी नहीं हुई है. लेकिन योजना का क्रियान्वयन एडवांस में जारी है.
जबकि निविदा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नगर निगम द्वारा इस पर चयनित संवेदक द्वारा कार्यादेश प्राप्त किया जाना है. परंतु जुगाड़ टेक्नोलॉजी के सहारे हर गलत कार्य को सही करने का प्रयास किया जा रहा है. आलम यह है कि बिना प्रशासनिक अनुमति के जीर्णोद्धार के लिए चयनित सड़कों पर कार्य आरंभ हो चुका है. वहीं प्रशासन पूरे मामले पर मौन बैठा है.
वार्ड पार्षदों के सगे-संबंधी व रिश्तेदार हैं संवेदक
नगर निगम क्षेत्र के सभी 46 वार्डों में नगर निधि योजना मद से अनुशंसा प्राप्त जिन योजनाओं के योजना बोर्ड को लेकर विवाद गहराया हुआ है, उनके संवेदक वार्ड पार्षदों के सगे-संबंधी व रिश्तेदार बताये जाते हैं. किसी वार्ड में किसी अन्य वार्ड के पार्षद का रिश्तेदार संवेदक बन बैठा है,
तो कई वार्ड ऐसे भी हैं, जहां वार्ड पार्षद के अपने ही वार्ड में उनका रिश्तेदार संवेदक बना हुआ है. दीगर बात है कि कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं की गयी और सब कुछ मौखिक ही होता चला गया है. वार्डों में न केवल योजना बोर्ड लगाये गये हैं, बल्कि अधिकतर वार्डों में इन तथाकथित संवेदकों द्वारा कार्य भी आरंभ कर दिया गया है. जाहिर है संवेदक बिना किसी सेटिंग के ऐसे योजनाओं में अपनी पूंजी नहीं लगायेगा.

Next Article

Exit mobile version