खानापूिर्त. सिक्स लेन की डगर नहीं है आसान, अब तक तैयार हुई महज छह किमी सड़क
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छह माह में होना था तैयार, 27 माह बीते
खानापूिर्त. सिक्स लेन की डगर नहीं है आसान, अब तक तैयार हुई महज छह किमी सड़क पूर्णिया में िसक्सलेन सड़क का िनर्माण छह महीने में कर लिया जाना था, लेकिन िनर्माण में लगी कंपनी की खानापूिर्त के कारण 27 महीने बाद भी महज छह किमी सड़क ही अब तक िनर्माण हो सका है. पूर्णिया : […]
पूर्णिया में िसक्सलेन सड़क का िनर्माण छह महीने में कर लिया जाना था, लेकिन िनर्माण में लगी कंपनी की खानापूिर्त के कारण 27 महीने बाद भी महज छह किमी सड़क ही अब तक िनर्माण हो सका है.
पूर्णिया : जिला मुख्यालय के फोर्ड कंपनी चौक से इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के जीरो माइल चौराहे तक निर्माणाधीन सिक्स लेन सड़क 27 महीने बाद भी अधूरी पड़ी है. महज छह महीने की अवधि में बन कर तैयार होने वाले इस सिक्स लेन सड़क के निर्माण कार्य की गति इतनी धीमी है कि महज छह किमी के निर्माण में 27 महीने गुजर चुके हैं. आगे कितने महीने और लगेंगे, कह पाना कठिन है. विडंबना तो यह है कि सड़क निर्माण को लेकर संबंधित विभाग और प्रशासन से लेकर संवेदक तक सभी मौन हैं. जबकि आम आदमी और राहगीर परेशान हैं.
ऐसे में पूर्णियावासियों को सिक्स लेन का यह तोहफा दर्द देने लगा है. अभी भी करोड़ों के खर्च से बनने वाले इस सिक्स लेन सड़क निर्माण कार्य में कई पेच नजर आ रहा है. ऐसे में सिक्स लेन की डगर आसान नहीं है.
प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी नहीं है स्पष्ट : वैसे तो अमूमन किसी बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू होने के साथ ही कार्य स्थल पर निर्माण से जुड़ी जानकारी को बोर्ड पर अंकित कर दिया जाता है. उद्देश्य यह होता है कि निर्माण कार्य के बाबत आम लोगों को भी पता हो और सब कुछ पारदर्शी हो. हैरानी की बात यह है कि 27 माह से जारी इस निर्माण कार्य का प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी आज तक सार्वजनिक नहीं हो पाया है.
हालांकि सड़क निर्माण के साथ नाला व डिवाइडर को लेकर कई बार प्रोजेक्ट रिपोर्ट सार्वजनिक करने को लेकर आवाजें भी उठी, लेकिन विडंबना यह है कि यह आवाज न तो निर्माण एजेंसी और न ही एनएच डिवीजन और स्थानीय प्रशासन तक पहुंच सकी. अलबत्ता कई तरह के संशय से शहरवासियों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है.
कच्छप गति से हो रहा निर्माण कार्य : वर्ष 2014 के अप्रैल महीने में प्रारंभ सिक्स लेन सड़क निर्माण कार्य 27 महीने बाद भी अधूरा है. इन 27 महीने में सड़क निर्माण की स्थिति यह है कि महज एक किमी भी सड़क पूरी तरह तैयार नहीं हो पाया है. कहने को तो फोर्ड कंपनी से जीरो माइल तक पीचिंग कर सड़क बना दिया गया है,
लेकिन यह भी आधा-अधूरा है. बीते तीन महीने में इतनी प्रगति हुई है कि बीच सड़क पर खड़े बिजली के पोल और ट्रांसफार्मर को हटा लिया गया है. लेकिन सड़क निर्माण का कार्य संवेदक की मनमानी और अधिकारियों की उदासीनता की भेंट चढ़ा हुआ है. निर्माण की गति अगर यही रही तो अभी और 27 महीने लगने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा हो पायेगा या नहीं, कह पाना कठिन है.
अधर में है पुल-पुलिया निर्माण, 200 फीट होनी थी चौड़ाई, अिधकांश जगह सिकुड़ी है सड़क
सिक्स लेन सड़क निर्माण में सबसे बड़ा बाधक पुल-पुलिया है. पुल-पुलिया के निर्माण में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है. इस वजह से जहां पुल-पुलिया मौजूद है, वहां सिक्स लेन सिमट कर महज 20 फीट चौड़ी सड़क में तब्दील हो जाता है. एक तरफ जहां सिक्स लेन की चौड़ाई 200 फीट है, वहीं शहर के काठपुल, कुंडी पुल, कप्तान पुल, रेलवे ओवरब्रिज, मनुषमारा पुल के पास जाते-जाते सिक्स लेन सड़क सिंगल सड़क बन कर रह जाती है
. सिक्स लेन निर्माण कार्य को लेकर बनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट के बाद वर्ष 2013-14 में शह के कई जगहों पर अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन प्रयास अधूरा रह गया. आज भी सिक्स लेन सड़क निर्माण में फोर्ड कंपनी चौक से जीरो माइल तक तकरीबन आधा दर्जन जगहों पर अतिक्रमण के कारण सिक्स लेन का स्वरूप अधूरा है. स्थिति यह है कि सड़क निर्माण कंपनी भी महज खाली जगहों पर ही निर्माण कार्य की खानापूर्ति में लगी है.
संभवत: दो महीने में शुरू हो जायेगा काम
नवंबर महीने तक सिक्स लेन सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा. पुल-पुलिया को लेकर टेंडर निकाला गया है. संभवत: दो महीने के अंदर यह कार्य भी प्रारंभ हो जायेगा.
प्रभाशंकर कोकिल, कार्यपालक अभियंता, एनएच
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