महाराष्ट्र में बंधक बने हैं पूर्णिया के सात बाल मजदूर
बंधक बने मजदूरों के चिंतित परिजन व इनसेट में बीरबल ऋषि. रानीपतरा (पूर्णिया) : मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के रजीगंज पंचायत के साहेब कामत महादलित टोला के सात बाल मजदूरों को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिला अंतर्गत कागले बाजार के रेमंड चौक स्थित एक लोहा फैक्टरी के मालिक ने रुपये के एवज में बंधक बना कर रखा […]
बंधक बने मजदूरों के चिंतित परिजन व इनसेट में बीरबल ऋषि.
रानीपतरा (पूर्णिया) : मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के रजीगंज पंचायत के साहेब कामत महादलित टोला के सात बाल मजदूरों को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिला अंतर्गत कागले बाजार के रेमंड चौक स्थित एक लोहा फैक्टरी के मालिक ने रुपये के एवज में बंधक बना कर रखा है. उनमें से एक बीरबल ऋषि भाग कर रजीगंज पहुंचा और उसने आपबीती सुनायी. उसके बाद से टोला में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. इस बाबत बंधक बने मजदूर पप्पू ऋषि के पिता दिलचंद्र ऋषि द्वारा मुफस्सिल थाना में आवेदन देकर बंधक बने मजदूरों को छुड़ाने की गुहार लगायी है.
अप्रैल में सभी मजदूर गये थे महाराष्ट्र : दिलचंद ऋषि ने बताया कि करीब चार माह पूर्व 16 अप्रैल को केनगर गुमटी टोला निवासी दिलीप दास व बरसौनी के बड़ी मुसहरी निवासी करन ऋषि, रिंकू ऋषि व पिंकू ऋषि रजीगंज साहेब कामत से आठ मजदूरों को यह कह कर महाराष्ट्र ले गया कि उन्हें 10 हजार रुपये प्रतिमाह दिया जायेगा और एवज में कपड़ा पैकिंग का काम
करना होगा.
महाराष्ट्र में बंधक…
इसके बाद उनका बेटा पप्पू ऋषि (16) के अलावा मोनू ऋषि (15) पिता चंदन ऋषि, गुलशन ऋषि (17) पिता ज्योतिष ऋषि, संजय ऋषि (16) पिता नागो ऋषि, विकास ऋषि (15) पिता सुखाड़ी ऋषि, बीरबल ऋषि (14) पिता बमभोला ऋषि, अमल ऋषि (17) पिता श्याम ऋषि व मुन्ना ऋषि (16) पिता बराती ऋषि भी महाराष्ट्र गया.
मजदूरों से जबरन कराया जाने लगा काम : दिलीप दास सभी मजदूरों को लेकर महाराष्ट्र के कागले के रेमंड चौक स्थित लोहा फैक्टरी पहुंचा. वहां फैक्टरी के मालिक सुशार साहेब से मिलाया गया. लेकिन जब मजदूरों ने देखा कि यह लोहा फैक्टरी है, तो उन्होंने यह कह कर काम करने से इनकार कर दिया कि उन्हें कपड़ा फैक्टरी में काम करने को कह कर लाया गया है. इस पर साथ आये दिलीप दास एवं अन्य ठेकेदारों ने उन लोगों को धमकाया और कहा कि काम नहीं करने पर उनकी हत्या की जा सकती है. इसके बाद सभी मजदूर डर कर काम करने लगे. करीब 10 दिन बाद दिलीप दास एवं अन्य ठेकेदार यह कह कर चला गया कि वे बगल के जिले में काम करते हैं और फिर मिलने आयेंगे. जाते-जाते दिलीप दास उन सबों का आधार कार्ड भी साथ ले गया.
मजदूरी मांगने पर हुई पिटाई : काम करने के बाद जब एक महीना पूरा हुआ तो मजदूरों ने फैक्टरी मालिक से मजदूरी की मांग की. तब मालिक ने बताया कि दिलीप दास व अन्य ठेकेदार तीन लाख रुपये मजदूरी के एवज में लेकर गया है और बताया है कि यह रुपया मजदूरों के परिजनों को भेजा जायेगा. जब इस बात का मजदूरों ने विरोध किया तो फैक्टरी मालिक ने सबों की जम कर पिटाई की. इसके बाद से फैक्टरी में ही कैद कर रखा जाने लगा. पूर्व में ही उन लोगों का मोबाइल छीन लिया गया था. उसके बाद से बाहर जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया.
ट्रक पर सवार हो हुआ फरार : आपबीती सुनाते हुए बीरबल ऋषि ने बताया कि अगस्त के पहले सप्ताह में जब वह घर जाने की जिद करने लगा तो फैक्टरी मालिक ने बुरी तरह पिटाई की. इसके बाद वह बेहोश हो गया. बाद में पास के एक अस्पताल में ले जाकर इलाज भी करवाया. बताया कि उसकी हालत ठीक नहीं हो रही थी, तो मालिक के लोगों ने एक दिन पास के ईंट भट्ठे पर उसे छोड़ गया. धीरे-धीरे वह वहां ठीक होने लगा. इसी दौरान एक ईंट भट्ठे की ट्रक पर सवार होकर फरार होने में सफल रहा और अपने घर तक पहुंचा.
कागले के लोहा फैक्टरी में जबरन रखा गया
एक बालक भाग कर पहुंचा रजीगंज
सुनायी आपबीती
परिजनों ने थाना में आवेदन दे, लगायी छुड़ाने की गुहार
मजदूरों के परिजन द्वारा लिखित आवेदन दिया गया है. वापस लौटकर आये मजदूर से भी पूछताछ की जा रही है. इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
अमित कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष, पूर्णिया