मेला से आपसी सौहार्द व संस्कृतियों का होता है मेल : संसद
गुलाबबाग : मेला आपसी भाईचारे और संस्कृतियों को आपस में प्रेम और मजबूत सामाजिक डोर से सबको बांधता है. जहां न कोई जाति न कोई धर्म होता है, केवल खुशियां होती हैं. आज का वातावरण और शहर का माहौल जिस तरह खुशनुमा है वह इस आयोजन का गवाह है. उक्त बातें सांसद संतोष कुशवाहा ने कहीं.
मौका था गुलाबबाग में गणपति महोत्सव के उद्घाटन का. इस दौरान मेयर िवभा कुमारी ने कहा कि यह गुलाबबाग और कोशी के लोगो के िलए हर्ष की बात है कि इस पवन धरती पर जिसे कोशी सीमांचल की आर्थिक धुरी कहा जाता है वहां धर्म और मजहब को छोड़ सभी धर्म के लोग एक साथ सेवा में लगे हैं. मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह, जदयू नेता जीतेन्दर यादव, पप्पू पासवान, किशोर पोद्दार,सुनील सन्नी,
पप्पू मंडल,अनिल शर्मा, दिलीप पोद्दार, अजीत भगत, भरत भगत, कन्हइया चौधरी, बबलू चौधरी,आसुतोष साह,सहित मेला कमेटी के सैकडों कार्यकर्ता मौजूद थे. विदित हो कि गुलाबबाग में गणपति महोत्सव सोमवार से शुरू होने के साथ ही श्रद्धालु जुटने लगे हैं.