बनमनखी : प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली नागा धार एक बार फिर उफान पर है. इसके कारण कोशीशरण देवोत्तर पंचायत का मलिनिया गांव बुरी तरह प्रभावित है. एक माह पूर्व भी पानी के तेज बहाव के कारण यहां बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गयी थी. बाढ़ में मुख्य रिंग सड़क भी कट गयी, जिसके बाद मनरेगा के तहत चचरी पुल का निर्माण कराया गया. गांव की स्थिति अब भी टापू के समान है.
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उफान पर है नागा धार, बढ़ती जा रही है बाढ़पीड़ितों की मुश्किलें
बनमनखी : प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली नागा धार एक बार फिर उफान पर है. इसके कारण कोशीशरण देवोत्तर पंचायत का मलिनिया गांव बुरी तरह प्रभावित है. एक माह पूर्व भी पानी के तेज बहाव के कारण यहां बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गयी थी. बाढ़ में मुख्य रिंग सड़क भी कट गयी, जिसके […]
मुखिया मंगल हांसदा के अनुसार एक माह के अंदर ही लगातार दूसरी बार आयी बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस बार बाढ़ ने बोहरा, काझी व जियनगंज पंचायत के गांव को भी अपने दायरे में ले लिया है. वही प्रशासन द्वारा अब तक राहत की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गयी है. कोशीशरण देवोत्तर के मलिनिया, बोहरा के सरस्वती, जियनगंज के कुसहा,
काझी के मुसहरी टोला सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में है. प्रभावित इलाकों का सड़क संपर्क भी भंग हो चुका है. सड़कों पर पानी की तेज धार बह रही है. जिसके कारण आवागमन बुरी तरह प्रभावित है. हालांकि ग्रामीणों द्वारा बांस-बल्ली के सहारे किसी प्रकार कटाव रोकने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है. पानी के बढ़ते दबाब के कारण रिंग सड़क पर खतरा मंडराने लगा है.
प्रभावित इलाकों में किसानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. किसानों की धान की फसल पूरी तरह बरबाद हो चुकी है. वही पशुपालकों के समक्ष चारा की समस्या उत्पन्न हो गयी है. चारों ओर फैले बाढ़ के पानी की वजह से गंदगी फैल रही है, जिससे महामारी की संभावना भी बढ़ रही है. मलिनिया के पूर्व मुखिया लक्ष्मण मंडल, मोहनलाल रमानी, पूर्व पंसस गंगाराम बेसरा, सुरेंद्र मंडल, विमल मंडल, कुसुमलाल मंडल, सरस्वती गांव के शशिभूषण यादव, राजेंद्र यादव, गुलाब यादव, श्यामानंद यादव आदि ने प्रशासन से तत्काल राहत सामग्री वितरण की मांग की है. वहीं मलिनिया के दुखनी देवी, ननकी देवी, पक्कू टुडू आदि ने बताया कि रोजाना मजदूरी कर किसी प्रकार गुजर-बसर चलता था. बाढ़ के कारण भोजन की समस्या भी उत्पन्न होने लगी है. बाढ़ पीड़ित राहत की उम्मीद लिए प्रशासन की ओर निगाहे टिकाये हुए हैं. वही अब तक राहत वितरण आरंभ नहीं होने से उनमें मायूसी छाने लगी है. हालांकि सोमवार को सीओ के निरीक्षण के बाद लोगों की उम्मीदें एक बार फिर से जगी है. गौरतलब है कि सोमवार को सीओ उपेंद्र कुमार द्वारा मलिनिया का निरीक्षण किया गया था. इस क्रम में बाढ़ पीड़ितों ने सीओ का घेराव भी किया था. जिसके बाद सीओ द्वारा जिला प्रशासन से संपर्क करने के उपरांत शीघ्र राहत वितरण का आश्वासन दिया गया था.
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