रूपौली : अभी गुलाबबाग के व्यवसायी पुत्र राघव के अपहरण का मामला सुलझा भी नहीं है कि पूर्णिया और मधेपुरा जिले की सीमा से सटे रूपौली प्रखंड के मोहनपुर ओपी अंतर्गत बलिया गांव से एक व्यवसायी के पुत्र का अपहरण कर लिया गया. नकाबपोश पांच बदमाशों ने माता-पिता को पिस्तौल का भय दिखा घटना को अंजाम दिया. बुधवार की रात घटी घटना से इलाके में कोहराम मचा हुआ है.
सूचना मिलते ही जहां मोहनपुर ओपी प्रभारी सदल बल पहुंचे, वहीं धमदाहा एसडीपीओ ने भी स्थल निरीक्षण किया और मामले की तहकीकात की. घटना के बाद पीड़ित के घर पुलिस कैंप कर रही है.
अपहृत बालक का नाम नीरज कुमार (10 वर्ष) है.
वह व्यवसायी सतीश भगत उर्फ छंगुरी भगत का एकलौता पुत्र है. वह मध्य विद्यालय बलिया में पांचवीं क्लास में पढ़ता है. छंगुरी भगत ने बताया कि बुधवार की रात्रि करीब साढ़े बारह बजे नकाबपोश पांच अपराधियों ने पिस्तौल के बल पर उनके पुत्र का अपहरण कर लिया और मकई की खेत होकर गांव से उत्तर दिशा में पैदल भाग गया. उन्होंने बताया कि अपहर्ता उनके आंगन में घर के पीछे से आये थे.
अपहर्ताओं ने उनके आंगन का टाट काट कर प्रवेश किया. पहले उन्हें उठाया और सीधे पिस्तौल सटा दिया. इसके बाद अपहर्ताओं ने उनकी पत्नी को उठाने को कहा. अपहर्ताओं ने उनकी पत्नी सविता देवी को भी पिस्तौल का भय दिखा अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद बच्चे को उठा कर चलते बने. इतना ही नहीं अपहर्ताओं ने जाते-जाते अंजाम बुरा होने की धमकी भी दे डाली.
जब तक हल्ला किया गया और आसपास के लोग जुटे तब तक अपहर्ता नीरज को लेकर दूर निकल चुके थे. इसी बीच सूचना मिलने पर मोहनपुर ओपी प्रभारी विद्यानंद पांडेय सदल बल वहां पहुंचे. उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए संभावित ठिकानों पर छापामारी भी की. इस बीच धमदाहा से एसडीपीओ दिलनवाज अहमद एवं पुलिस इंस्पेक्टर समशुद्दीन भी वहां पहुंचे. दोनों पुलिस पदाधिकारियों ने मामले की गहन तहकीकात शुरू कर दी.