आउटसोर्सिंग एजेंसी की मनमानी से पीएचसी में व्यवस्था चरमरायी

पूर्णिया : तमाम नियम कायदे को ताक पर रख कर जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में आउटसोर्सिंग व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है. आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा साफ सफाई मामले में महज खानापूर्ति की जा रही है. वहीं प्रकाश व्यवस्था भी भाड़े के जेनरेटर द्वारा संचालित हो रहा है. यह हाल महज एक या दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2016 3:22 AM

पूर्णिया : तमाम नियम कायदे को ताक पर रख कर जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में आउटसोर्सिंग व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है. आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा साफ सफाई मामले में महज खानापूर्ति की जा रही है. वहीं प्रकाश व्यवस्था भी भाड़े के जेनरेटर द्वारा संचालित हो रहा है. यह हाल महज एक या दो स्थानों का नहीं है. बल्कि पूरे जिले के पीएचसी का है. यह सब स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे हो रहा है.

साफ-सफाई खस्ताहाल : सदर अस्पताल सहित जिले के तमाम पीएचसी में साफ सफाई का अभाव देखने को मिल रहा है.
वार्डों में गंदगी पर भिनभिनाते मक्खी दो दशक पूर्व के अस्पताल की हालात को याद दिला रहा है. जानकार बताते हैं कि आउटसोर्सिंग एजेंसी निर्धारित मैन पावर नहीं लगा रही है. जिसके कारण सदर अस्पताल सहित तमाम पीएचसी की नारकीय स्थिति है. कई पीएचसी में तो एक दिन के अंतराल पर साफ-सफाई की जाती है. स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों की नारकीय स्थिति के बावजूद खामोश बना हुआ है.
किराये के जेनरेटर से होता है पीएचसी रोशन : जिले के तमाम पीएचसी में आउट सोर्सिंग एजेंसी द्वारा किराये के जेनरेटर का प्रयोग किया जा रहा है. निविदा प्राप्त कर लेने के बाद आउटसोर्सिंग एजेंसी बिना किसी निवेश के पीएचसी में अपनी सेवा दे रहा है. तमाम पीएचसी में लगे जेनरेटर पूर्व में सेवा दे रहे आउटसोर्सिंग एजेंसी के ही लगे हुए हैं. नयी आउटसोर्सिंग प्रदाता उक्त एजेंसी से किराये पर जेनरेटर लेकर पीएचसी को रौशन कर रहा है. जो सेवा नियमों के विरुद्ध माना जाता है. ऐसे में विभाग खुद कटघरे में खड़ा नजर आ रहा है.
आउटसोर्सिंग सेवा देने के हैं नियम : स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार आउटसोर्सिंग एजेंसी को जेनरेटर के स्वामित्व का दस्तावेज मोरगेज कराना होता है. यह दस्तावेज उपलब्ध होने पर ही आउटसोर्सिंग एजेंसी व स्वास्थ्य विभाग के बीच सेवा देने व लेने का अनुबंध होता है. तब ही आउटसोर्सिंग एजेंसी अपनी सेवा दे सकता है. जानकारों के अनुसार किराये के मशीन पर अनुबंध नहीं करने का प्रावधान है. ऐसा इसलिए किया जाता है कि सेवा की गुणवत्ता में खराबी के कारण रोगी कल्याण समिति सामान को जब्त कर सकता है.
आउटसोिर्संग एजेंसी के िजम्मे है िबजली आपूिर्त
विभाग को विद्युत आपूर्ति से मतलब रहता है. आउटसोर्सिंग एजेंसी किस माध्यम से विद्युत आपूर्ति कर रहा है, उससे विभाग को कोई लेना-देना नहीं है.
डॉ एमएम वसीम,सिविल सर्जन,पूर्णिया

Next Article

Exit mobile version