सदर थानाध्यक्ष प्रशांत पर गिरी गाज
पूर्णिया : दिन भर गरमाये बीरबल विश्वास प्रकरण के बाद गुरुवार की देर शाम एसपी निशांत कुमार तिवारी ने मामले में बड़ा फैसला लिया. एसपी ने सदर थानाध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज को तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष के प्रभार से मुक्त कर दिया है. साथ ही श्री भारद्वाज को एसपी द्वारा लाइन हाजिर किया गया है. एसपी […]
पूर्णिया : दिन भर गरमाये बीरबल विश्वास प्रकरण के बाद गुरुवार की देर शाम एसपी निशांत कुमार तिवारी ने मामले में बड़ा फैसला लिया. एसपी ने सदर थानाध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज को तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष के प्रभार से मुक्त कर दिया है. साथ ही श्री भारद्वाज को एसपी द्वारा लाइन हाजिर किया गया है. एसपी श्री तिवारी ने बताया कि बीरबल पिटाई मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. बताया कि शीघ्र ही सदर थाना में नये थानाध्यक्ष की प्रतिनियुक्ति कर दी जायेगी. कहा कि पीड़ित पक्ष को हर हाल में न्याय मिलेगा. तत्काल उसके उपचार के लिए पुलिस द्वारा मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास जारी है.
बीरबल को 16 नवंबर को पीएमसीएच से सेंट्रल जेल पूर्णिया भेजा गया, लेकिन इसी दिन सांस लेने में परेशानी और सीने में दर्द होने के कारण उसे सदर अस्पताल में पुन: भरती कराया गया. गुरुवार को बीरबल की स्थिति गंभीर बनी रही. इस वजह से एक बार फिर परिजनों में आक्रोश व्याप्त है. स्थिति बिगड़ने के बाद सदर अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील रहा. परिजनों का आरोप है कि सदर थानाध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज ने पटना जाकर डॉक्टरों को प्रभावित कर बिना पूर्ण इलाज के ही पीएमसीएच से 15 नवंबर को ही डिस्चार्ज करवा दिया और सेंट्रल जेल भिजवा दिया.
प्रमिला देवी द्वारा सदर पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये गये हैं. आरोप की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गयी है. आरोप सही पाये जाने पर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. बीमार बीरबल विश्वास को हरसंभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.
पंकज कुमार पाल, डीएम, पूर्णिया